बिहार में सरकारी अस्पतालों की स्थिति किसी से छिपी नहीं है. सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था और लापरवाही पर अक्सर सवाल भी उठते रहे हैं. अधिकारियों और बड़े लोगों को तो छोड़ दीजिए, आम आदमी भी सरकारी अस्पतालों में जाने से झिझकते हैं. हालांकि गरीबों के पास कोई रास्ता नहीं होता है जिसके चलते उनके पास सरकारी अस्पताल ही सहारा है. ऐसे में कैमूर के डीएम सावन कुमार ने सरकारी अस्पताल में जाकर एक उदाहरण पेश किया है. इस कार्य से हर तरफ उनकी वाहवाही हो रही है.
दरअसल कैमूर जिले के जिलाधिकारी सावन कुमार ने अपनी पत्नी बबली आनंद को प्रसव के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराकर न केवल संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने का संदेश दिया, बल्कि आमजनों में विश्वास बढ़ाने को भी जागरूक करने का प्रयास किया. सावन कुमार ने अपनी पत्नी को मंगलवार (12 दिसंबर) को सदर अस्पताल में भर्ती कराया था. डॉ. किरण सिंह की देखरेख में सिजेरियन से प्रसव कराया गया. डॉक्टरों के मुताबिक जच्चा और बच्चा पूरी तरह स्वस्थ हैं.
चिकित्सकों की निगरानी में पत्नी और बच्चा
बताया जाता है कि डीएम सावन कुमार को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई. फिलहाल डीएम की पत्नी और नवजात बेटे को चिकित्सकों की निगरानी में सदर अस्पताल में रखा गया है. डीएस डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि सर्जरी के बाद बच्चे को डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है. कुछ दिनों तक जच्चा बच्चा को चिकित्सकों की निगरानी में ही रखा जाएगा. जब वो पूरी तरह से स्वस्थ हो जाएंगी, तो उन्हें घर जाने की छुट्टी दी जाएगी.
डीएम सावन कुमार को पहले से एक बेटी है. अब बेटे के जन्म के बाद परिवार के लोगों में भी खुशी है. मंगलवार की सुबह वो पत्नी को लेकर अस्पताल गए थे. सुबह में ही चिकित्सकों ने इलाज शुरू किया जिसके बाद पत्नी ने बच्चे को जन्म दिया.