कजरी तीज का व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और अच्छी सेहत के लिए रखती हैं। पंचांग के अनुसार, इस साल कजरी तीज का व्रत 2 सितंबर को यानी कल रखा जाएगा। कजरी तीज के दौरान महिलाएं निर्जला व्रत रखकर माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा-अर्चना करती हैं। शास्त्रों के मुताबिक, कजरी तीज व्रत के दौरान कुछ नियमों का पालन करना जरूरी होता है। आइए जानते हैं कि कजरी तीज व्रत के दौरान कौन-कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए।
16 श्रृंगार
शास्त्रीय मान्यताओं के मुताबिक, कजरी तीज व्रत के दिन महिलाओं को 16 श्रृंगार जरूर करना चाहिए। इसके साथ ही व्रत-पूजा के दौरान हरे या लाल रंग के कपड़े पहनने चाहिए। वहीं इस दिन काले या सफेद वस्त्र धारण नहीं करना चाहिए।
न करें बड़े-बुजुर्ग या पति का अपमान
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कजरी तीज व्रत के दौरान महिलाओं को घर के बड़े-बुजुर्ग या पति का अपमान नहीं करना चाहिए। इस दिन माता-पिता, बड़े-बुजुर्ग और पति का सम्मान करने के अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
गुस्सा करने से बचें
कजरी तीज के दिन व्रती महिलाओं को गुस्सा करने से बचना चाहिए। इस दिन व्रती महिलाओं को अपनी जुबान पर मधुर वाणी ही रखनी ही चाहिए। दरअसल ऐसा करने से व्रत का संपूर्ण फल प्राप्त होता है।
दोपहर में ना सोएं
शास्त्रों के अनुसार, कजरी तीज के दिन महिलाओं को दोपहर में सोना नहीं चाहिए। इसके साथ ही इस दिन चंद्र देव को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत का पारण करना चाहिए। ध्यान रहे, इस दिन चंद्र देव की पूजा-अर्चना किए बिना पारण करने से व्रत अधूरा माना जाता है।
दूसरों की निंदा ना करें
करजी तीज व्रत के दिन महिलाएं दूसरों की चुगली, बुराई और निंदा करने से बचना चाहिए। इस दिन महिलाओं को झाड़ू नहीं लगाना चाहिए। मान्यता है कि कजरी चीज के दिन ऐसा करने से व्रत भंग हो जाता है।
ऐसे करें व्रत का पारण
करजी तीज व्रत की पूजा में चने के सत्तू से पकवान बनाने चाहिए। साथ ही इन्हीं पकवानों को खाकर व्रत का पारण करना चाहिए। क्योंकि इसके बिना व्रत का फल नहीं मिलता है। ऐसे में व्रती महिलाएं इसका विशेष ध्यान रखें।
गाय को खिलाएं रोटी और गुड़
कजरी तीज के दिन गाय की सेवा करना अत्यंत शुभ है। कजरी तीज के दिन पूजा के बाद सत्तू के आटे की 7 लोई बना लें। इसके बाद उस पर घी और गुड़ रखकर गाय को खिलाएं। मान्यता है कि कजरी तीज के दिन ऐसा करने से शादीशुदा जिंदगी में खुशहाली आती है।