कंगना रनौत की ‘इमरजेंसी’ की रिलीज को लगा झटका, नहीं मिली सेंसर बोर्ड से हरी झंडी
फिल्म ‘इमरजेंसी’ भारतीय राजनीति के अहम दौर को दर्शाती है. इसमें कंगन रनौत ने सिर्फ पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का रोल ही नहीं निभाया है, वे इसकी निर्देशक भी हैं. न्यूज18 इंग्लिश की रिपोर्ट के अनुसार, फिल्म को कथित तौर पर स्थगित कर दिया गया है. कंगना रनौत का कहना है कि फिल्म को सीबीएफसी से मंजूरी नहीं मिली है, क्योंकि बोर्ड के सदस्यों को धमकी मिली. फिल्म की नई रिलीज डेट अभी तक तय नहीं हुई है.
कंगना ने शुक्रवार को एक्स पर पोस्ट किए एक वीडियो पोस्ट में कहा था, ‘ऐसी अफवाहें चल रही हैं कि हमारी फिल्म ‘इमरजेंसी’ को सेंसर सर्टिफिकेशन दिया गया है. ये सच नहीं है. दरअसल, हमारी फिल्म को मंजूरी मिल गई थी, लेकिन सर्टिफिकेशन रोक दिया गया है, क्योंकि काफी धमकियां मिल रही थीं.
जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं. सेंसर बोर्ड के सदस्यों को धमकियां मिल रही हैं. हम पर दबाव है कि हम इंदिरा गांधी की हत्या न दिखाएं, भिंडरावाले न दिखाएं, पंजाब दंगे न दिखाएं. मुझे नहीं पता कि तब दिखाने के लिए क्या बचेगा? मेरे लिए यह यकीन कर पाना मुश्किल है. मुझे देश के हालात पर बहुत दुख हो रहा है.
‘इमरजेंसी’ के ट्रेलर की रिलीज के बाद उठा विवाद
फिल्म ‘इमरजेंसी’ पर विवाद तब शुरू हुआ, जब कुछ हफ्ते पहले इमरजेंसी का ट्रेलर रिलीज हुआ. इसमें खालिस्तान नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले को अलग सिख राज्य के लिए इंदिरा गांधी की पार्टी का समर्थन करने का वादा करते हुए दिखाया गया है. इससे नाराज होकर दिल्ली में शिरोमणि अकाली दल ने सीबीएफसी को एक कानूनी नोटिस भेजा है, जिसमें सिखों को दिखाने के चलते फिल्म को रोकने के लिए कहा गया है.
प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जीवन पर बनी है फिल्म
‘इमरजेंसी’ एक पॉलिटिकल ड्रामा है, जिसकी कहानी पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और उनके जीवन के इर्द-गिर्द घूमती है. कंगना दिवंगत राजनेता की भूमिका निभा रही हैं. उन्होंने फिल्म का अकेले निर्देशन भी किया है. फिल्म में श्रेयस तलपड़े पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के रोल में हैं. अनुपम खेर जयप्रकाश नारायण के रोल में हैं. महिमा चौधरी का भी अहम रोल है.
Discover more from Voice Of Bihar
Subscribe to get the latest posts sent to your email.