काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व 1 अक्टूबर 2024 को पर्यटकों के लिए फिर से खोल दिया जाएगा। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि ब्रह्मपुत्र नदी से बाढ़ के खतरे के कारण पार्क हर साल मई से अक्टूबर तक बंद कर दिया जाता है। पूर्वी असम वन्यजीव कार्यालय ने 7 सितंबर को लिखे एक पत्र में बताया कि पूर्वी असम वन्यजीव प्रभाग के अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व कोल 1 अक्टूबर, 2024 से 2024-25 सीजन के लिए पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा।
पत्र में बताया गया है कि पार्क वर्तमान में तीन रेंजों में जीप सफारी के लिए खुला है: इसमें काजीरंगा रेंज, कोहोरा; पश्चिमी रेंज, बागोरी; और बुरापहाड़ रेंज, घोराकाटी शामिल हैं। खराब मौसम के कारण वर्तमान सड़क की स्थिति को देखते हुए पार्क को केवल 03 (तीन) रेंजों में जीप सफारी के लिए आंशिक रूप से खोला गया है। अधिकारियों के मुताबिक असम में बाढ़ ने इस साल अब तक काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में 13 एक सींग वाले गैंडों सहित 215 जानवरों की जान ले ली है।
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान की फील्ड डायरेक्टर सोनाली घोष ने कहा कि राष्ट्रीय उद्यान में बाढ़ के पानी में डूबने से 13 एक सींग वाले गैंडों की मौत हो गई। सोनाली घोष ने कहा, “168 हॉग डियर, 2 स्वैम्प डियर, 5 जंगली सुअर, 8 साही प्रजाति, एक-एक जंगली भैंसा और सांभर बाढ़ के पानी में डूबने से मर गए, 2 हॉग डियर वाहन की टक्कर से मर गए, 18 अन्य जानवरों की देखभाल के दौरान मौत हो गई और बाढ़ के दौरान अन्य कारणों से एक ऊदबिलाव (शिशु) की मौत हो गई।”
पिछले पांच वर्षों में असम में बाढ़ से कुल 847 जंगली जानवर प्रभावित हुए, जिनमें से 511 जानवरों की मौत की सूचना मिली। इससे पहले जुलाई में केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने कहा था कि पिछले पांच वर्षों में असम में बाढ़ में 511 जानवरों के हताहत होने की सूचना मिली है।