इस बार उत्तराखंड में बाबा केदारनाथ धाम की यात्रा ऐतिहासिक रही है। आपदा के बाजवूद भक्तों की आस्था कम नहीं हुई। पैदल मार्ग से लेकर धाम तक समय से व्यवस्थाएं दुरूस्त करने से तीर्थयात्रियों को भी राहत मिली। इस बार हेली कंपनियों ने एक अरब दस करोड़ और घोड़े-खच्चरों से एक अरब 31 करोड़ का व्यवसाय किया गया। इस वर्ष 16 लाख 52 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए।
16 लाख 52 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा केदारनाथ के दर्शन किए
जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने कहा कि इस वर्ष यात्रा में कई चुनौतियां सामने आईं। 31 जुलाई को आई भारी आपदा के कारण केदारनाथ धाम एवं यात्रा मार्ग में फंसे 15 हजार से अधिक यात्रियों को सकुशल निकाला गया और क्षतिग्रस्त यात्रा मार्ग को तत्परता से कार्य करते हुए एक माह से कम समय में सुचारु किया गया।
उन्होंने कहा कि इस कठिन परिस्थितियों के बावजूद भी केदारनाथ बाबा के भक्तों के उत्साह एवं श्रद्धा में कोई कमी नहीं आई और बड़ी संख्या में भक्तों ने बाबा केदारनाथ के दर्शन किए। उन्होंने यात्रा व्यवस्थाओं में लगे नोडल अधिकारियों से कहा कि इस यात्रा व्यवस्थाओं में जो भी कमी एवं त्रुटि रह गई है, उसको आगामी यात्रा को और अधिक सुव्यवस्थित एवं सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दें। इस वर्ष केदारनाथ धाम में 16 लाख 52 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा केदारनाथ के दर्शन किए हैं, जिसमें 249 विदेशी दर्शनार्थी शामिल हैं।
चार लाख 79 हजार 624 तीर्थ यात्रियों ने घोड़े-खच्चरों से की यात्रा
नोडल अधिकारी यात्रा एवं मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जीएस खाती ने बताया कि इस यात्रा में चार लाख 79 हजार 624 तीर्थ यात्रियों ने घोड़े-खच्चरों के माध्यम से बाबा केदारनाथ के दर्शन किए। इससे एक अरब 31 करोड़ 17 लाख 20 हजार 700 का व्यवसाय किया गया, जिसमें सात करोड़ 19 लाख 43 हजार छह सौ राजस्व प्राप्त हुआ है।
एक लाख 28 हजार से अधिक लोगों ने हेली से किए दर्शन
नोडल अधिकारी हेली सेवा एवं जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे ने बताया कि हेली सेवा के माध्यम से एक लाख 28 हजार से अधिक लोगों ने बाबा केदारनाथ के दर्शन किए और हेली कंपनियों ने एक अरब 10 करोड़ से अधिक का व्यवसाय किया।
एक लाख 98 हजार से अधिक श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य उपचार
प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विमल सिंह गुसांई ने बताया कि केदारनाथ धाम की इस वर्ष की यात्रा में एक लाख 98 हजार 952 श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य उपचार किया गया। इसमें एक लाख 57 हजार 330 पुरुष तथा 41 हजार 622 महिलाएं शामिल हैं। इसके साथ ही 15 हजार 173 लोगों को ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध कराई गई और एक लाख 61 हजार 308 श्रद्धालुओं की स्क्रीनिंग भी की गई। उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान 218 लोगों को एंबुलेंस सेवा और 90 श्रद्धालुओं को हेली सेवा के माध्यम से हायर सेंटर के लिए रेफर किया गया।