पूरे राज्य में 43 लाख से अधिक स्मार्ट प्रीपेड मीटर इंस्टॉल करके बिहार पूरे देश में दूसरे राज्यों के लिए नजीर बन चुका है। यही वजह है कि दूसरे राज्यों के प्रतिनिधि बिहार आकर स्मार्ट प्रीपेड मीटर इंस्टालेशन से संबंधित हर पहलू का बारीकी से अध्ययन करने में गहरी दिलचस्पी ले रहे हैं, ताकि अपने राज्यों में बिहार मॉडल से सीखकर स्मार्ट प्रीपेड मीटर इंस्टालेशन की प्रक्रिया को गति प्रदान कर सकें। इसी क्रम में केरला स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड लिमिटेड (केएसईबीएल) का एक प्रतिनिधिमंडल उप मुख्य अभियंता (आईटी और ग्राहक संबंध) सुनील कुमार वीवी के नेतृत्व में साउथ बिहार पावर डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी लिमिटेड के पटना ग्रामीण स्थित बिहटा डिवीजन में नौबतपुर का दौरा किया। इसके अलावा, प्रतिनिधिमंडल ने एमआरटी का भी दौरा किया और पटना के डाकबंगला डिवीज़न और बांकीपुर डिवीज़न में शहरी उपभोक्ताओं से मुलाकात कर स्मार्ट मीटर से होने वाले फायदों को समझा।
बिहार के ऊर्जा, योजना और विकास मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि बिहार में आज विद्युत के क्षेत्र में विकास के लिए किये जा रहे कार्यो का अनुसरण देश के अन्य राज्य कर रहे हैं। यह निश्चित तौर पर बिहार के लिए गौरव की बात है। बिहार में ऊर्जा के क्षेत्र में किया जा रहा काम दूसरे राज्यों को प्रेरित कर रहा है। जो लोग बिहार में स्मार्ट प्रीपेड मीटर मॉडल को समझना चाहते हैं उनका स्वागत है।
केरला स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड लिमिटेड के इस प्रतिनिधिमंडल में आईटी परियोजना डिवीजन के कार्यकारी अभियंता लातीश पी.वी, आईटी परियोजना डिवीजन के सहायक अभियंता धान्या आर, ट्रांसफार्मर एवं मीटर मरम्मत डिवीजन के सहायक अभियंता सोनी जोसेफ और विद्युत अनुभाग, चालिसरी के सहायक अभियंता केए सोना शामिल थे। बिहटा डिवीजन में दौरे के दौरान प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को स्मार्ट प्रीपेड मीटर से संबंधित विस्तृत जानकारी प्रदान करने के लिए पेसू ईस्ट के विद्युत् अधीक्षण अभियंता मनीष कांत ,डाकबंगला के कार्यपालक अभियंता बिक्रम कुमार और पटना ग्रामीण के कार्यपालक अभियंता आनंद सुमन मौजूद रहे।
इस दौरान प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर से संबंधित कार्यान्वयन प्रक्रियाएं, उपभोक्ता जुड़ाव रणनीतियां, टैरिफ पुनर्गठन पद्धतियां, इंस्टॉलेशन प्रोटोकॉल, संचार नेटवर्क स्थापना, आईटी एप्लिकेशन एकीकरण और अन्य पहलुओं में गहरी दिलचस्पी दिखाते हुए इन्हें समझने की कोशिश की। इस दौरान उन्होंने कई सवाल भी पूछे। गौरतलब है कि इससे पूर्व महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, टाटा पावर ओडिसा और बीएसईएस दिल्ली की टीमें भी बिहार का दौरा करके स्मार्ट प्रीपेड मीटर इंस्टालेशन के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन कर चुकी हैं।