अमेरिका में बैठे कट्टरपंथी अलगाववादी और सिख फॉर जस्टिस के संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नून ने एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगला है. अलग खालिस्तान को लेकर जनमत संग्रह फेल होने के बाद अब उसने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को निशाना बनाकर भारत के ‘आर्थिक विनाश’ के लिए भड़काऊ आह्वान किया है. इसके लिए उसने मुंबई में हुए सिलसिलेवार धमाकों की बरसी यानी 12 मार्च का दिन चुना है, जिसमें बीएसई की इमारतों सहित कई जगहों को निशाना बनाया गया था.
12 मार्च 1993 को हुए सिलसिलेवार धमाकों के उलट, जिसमें बीएसई की इमारत क्षतिग्रस्त हो गई थी, पन्नून ने इस बार कहा, ’12 मार्च से एनएसई/बीएसई को निशाना बनाने के एसजेएफ के आह्वान का उद्देश्य भारत की आर्थिक प्रणाली को नष्ट करना है.’ भारत द्वारा ‘आतंकवादी’ नामित किए गए पन्नून ने 12 मार्च से पहले भारतीय स्टॉक को डंप करने और अमेरिकी स्टॉक खरीदने का आह्वान किया है. उसने उन बैंकों और कॉरपोरेट्स की भी पहचान बताई है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कारोबार करते हैं.
भारत की आर्थिक स्थिरता पर निशाना!
पन्नून की इस धमकी को लेकर भारतीय खुफिया एजेंसी से जुड़े एक सूत्र ने बताया, ‘जनमत संग्रह विफल होने के बाद, वह (पन्नून) इस नए अभियान के जरिये पैसा कमाना चाहता है. वह विदेशी एजेंसियों के लिए काम करने वाला एक विदेशी एजेंट है जो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर उसकी रक्षा कर रही है. उसने पीएम को धमकी दी और अब भारत की आर्थिक स्थिरता को निशाना बनाना चाहते हैं. पन्नून एक वैश्विक आतंकवादी है, जिस पर अब मुकदमा चलाया जाना चाहिए.’
12 मार्च 1993 को हुए सिलसिलेवार धमाकों के उलट, जिसमें बीएसई की इमारत क्षतिग्रस्त हो गई थी, पन्नून ने इस बार कहा, ’12 मार्च से एनएसई/बीएसई को निशाना बनाने के एसजेएफ के आह्वान का उद्देश्य भारत की आर्थिक प्रणाली को नष्ट करना है.’ भारत द्वारा ‘आतंकवादी’ नामित किए गए पन्नून ने 12 मार्च से पहले भारतीय स्टॉक को डंप करने और अमेरिकी स्टॉक खरीदने का आह्वान किया है. उसने उन बैंकों और कॉरपोरेट्स की भी पहचान बताई है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कारोबार करते हैं.
भारत की आर्थिक स्थिरता पर निशाना!
पन्नून की इस धमकी को लेकर भारतीय खुफिया एजेंसी से जुड़े एक सूत्र ने को बताया, ‘जनमत संग्रह विफल होने के बाद, वह (पन्नून) इस नए अभियान के जरिये पैसा कमाना चाहता है. वह विदेशी एजेंसियों के लिए काम करने वाला एक विदेशी एजेंट है जो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर उसकी रक्षा कर रही है. उसने पीएम को धमकी दी और अब भारत की आर्थिक स्थिरता को निशाना बनाना चाहते हैं. पन्नून एक वैश्विक आतंकवादी है, जिस पर अब मुकदमा चलाया जाना चाहिए.’
एअर इंडिया और संसद पर हमले की दी थी धमकी
भारत के खिलाफ ख़तरनाक साजिशों के तहत पन्नून ने हाल ही में एक नफरत भरे भाषण में यह भी पूछा था कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर और एनएसए अजित डोभाल के पास ‘चौबीसों घंटे की सुरक्षा व्यवस्था’ है. उसने पिछले महीने 19 नवंबर को एअर इंडिया की उड़ानों के यात्रियों को धमकी देने वाला एक वीडियो जारी किया था. उसने भारत की संसद पर हमले की धमकी भी दी थी.
एअर इंडिया और संसद पर हमले की दी थी धमकी
भारत के खिलाफ ख़तरनाक साजिशों के तहत पन्नून ने हाल ही में एक नफरत भरे भाषण में यह भी पूछा था कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर और एनएसए अजित डोभाल के पास ‘चौबीसों घंटे की सुरक्षा व्यवस्था’ है. उसने पिछले महीने 19 नवंबर को एअर इंडिया की उड़ानों के यात्रियों को धमकी देने वाला एक वीडियो जारी किया था. उसने भारत की संसद पर हमले की धमकी भी दी थी.