भागलपुर:हिंदू पंचांग के अनुसार सोमवार को सूर्य के मेष राशि में प्रवेश के साथ ही खरमास समाप्त हो गया। इसके साथ ही अब विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, नामकरण जैसे सभी शुभ कार्यों की शुरुआत हो गई है। शहर में एक बार फिर शहनाइयों की गूंज सुनाई देगी और बाजारों में रौनक लौटने लगी है।
विवाह-समारोहों का समय शुरू:
बूढ़ानाथ मंदिर के पंडित ऋषिकेश पांडे, पंडित पिंकू झा, शंभू ठाकुर और प्रभाकर मिश्रा ने बताया कि 15 अप्रैल से 24 जुलाई तक का समय शुभ कार्यों के लिए अत्यंत उत्तम माना गया है। मिथिला और बनारसी पंचांग दोनों के अनुसार इस अवधि में शुभ मुहूर्तों की भरमार रहेगी। बनारसी पंचांग में दोनों पक्ष (शुक्ल व कृष्ण) को शुभ माना जाता है, जबकि मिथिला पंचांग केवल शुक्ल पक्ष को मान्यता देता है।
पंडित निशाकर मिश्रा उर्फ चुनी बाबा ने बताया कि अप्रैल से जून तक का समय शादी-ब्याह जैसे मांगलिक कार्यों के लिए विशेष रूप से अनुकूल रहेगा।
व्यापारिक गतिविधियों में तेजी:
खरमास समाप्त होते ही भागलपुर में विवाह-लग्न की तैयारियों को लेकर व्यापारिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। टेंट हाउस, कैटरिंग, बैंड-बाजा, हलवाई, ब्यूटी पार्लर और ट्रैवल एजेंसियों में बुकिंग का सिलसिला शुरू हो चुका है।
सर्राफा व्यवसायी विशाल आनंद ने बताया कि जैसे ही शुभ लग्न शुरू हुआ, ग्राहक दुकान पर आने लगे हैं। “अब दुकान में रौनक दिखने लगी है,” उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा।
निष्कर्ष:
खरमास की समाप्ति भागलपुरवासियों के लिए एक नई शुरुआत लेकर आई है। अब हर तरफ शुभ कार्यों की तैयारियों की धूम है, और लंबे समय बाद शहर फिर से विवाह गीतों व शहनाइयों से गूंजने को तैयार है।