लंबी छुट्टी के बाद शिक्षा विभाग के ACS पद पर ज्वाइन करने वाले IAS केके पाठक ने शीतलहरी को लेकर स्कूलों में दी गयी छुट्टी पर सवाल उठाये हैं और सभी प्रमंडलीय आयुक्त से छुट्टी के आदेश को वापस लेने का अनुरोध किया गया है.केके पाठक ने अपने पत्र में प्रमंडलीय आयुक्त और डीएम द्वारा शीतलहरी की वजह से स्कूलों में छुट्टी दिये जाने के आदेश में समानता नहीं होने की बात कही है.इस छुट्टी देने की परम्परा को खत्म करने पर जोर दिया है,और सभी डीएम से शिक्षा विभाग से चर्चा करके ही छुट्टी का आदेश निकालने की बात कही है.
केके पाठक ने प्रमंडलीय आयुक्त को भेजे अपने पत्र में लिखा है कि पिछले दिनों शीतलहरी को लेकर अलग अलग जिलों और प्रमंडल में भांति-भांति के आदेश निकाले गये.इन आदेशों को देखकर यह प्रतीत होता है कि यह आदेश धारा 144 के तहत निकाले गये हैं.धारा 144 के तहत विद्यालय बंद किया जाना एक गंभीर वैधानिक मामला बन जाता है,क्योंकि इसके तहत हम कानून की धारा 144 को सीआरपीसी को INVOKE करते हैं.पर इस INVOKE के दौरान हमें ख्याल रखना चाहिए कि इसके तहत पारित आदेश JUDICIAL SCRUTINY पर खरा उतरे,और ये सभी पर समान रूप से लागू हो.
केके पाठक ने आगे लिखा कि डीएम ने इस आदेश के तहत सिर्फ स्कूल को ही बंद किया है,पर अन्य शिक्षण संस्थान ,कोचिंग,सिनेमा हॉल,मॉल दुकानें,व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को इस समयावधि में नियंत्रित नहीं किया गया है.इसलिए प्रमंडलीय आयुक्त सभी जिलाधिकारियों को सुझाव दें कि जिला प्रशासन शीतलहरी को लेकर कोई आदेश जारी करते हैं तो उस आदेश का पालन कराने में एकरूपता को ध्यान में रखा जाय.इसके साथ ही केके पाठक ने पिछले दिनों सर्दी को लेकर विभिन्न जिलों के डीएम द्वारा निकाले गये आदेश को वापस लेने के लिए कहा है और आगे से स्कूल की समयावधि बदलने से पहले शिक्षा विभाग से अनुमति ले लिया जाय.शिक्षा विभाग ने पहले से ही स्कूल का टाइमिंग सुबह 9 से शाम 5 बजे तक की हुई है.