शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक अवकाश से लौट आये हैं। छुट्टी से वापस आते ही पाठक एक बार फिर से एक्शन में नजर आए हैं। पाठक ने आते ही सबसे पहले विभागीय कामकाज की समीक्षा की है। उन्होंने खासतौर पर बिहार लोक सेवा आयोग को शिक्षक नियोजन के लिए भेजी जाने वाली अधियाचना की तैयारी एवं अन्य मसलों के संदर्भ में जानकारी ली। इसके साथ ही उसके रोस्टर क्लियरेंस की जानकारी ली।
दरअसल, के के पाठक पिछले हफ्ते चार दिन की छुट्टी लेकर दिल्ली गए थे। दिल्ली से पटना लौटने के बाद भी वे दफ्तर नहीं आए और उन्होंने सीएल यानी आकस्मिक छुट्टी ले ली। सप्ताहभर से विभाग नहीं आने को लेकर कई तरह की चर्चा विभाग के पदाधिकारियों-कर्मियों और शिक्षकों के बीच चल रही थी। लेकिन, अब इन सभी बातों पर विराम लग गई। पाठक वापस से कार्यालय आए।
वहीं, विभाग आने के बाद पाठक ने तमाम पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। खासकर उन्होंने विद्यालयों में चल रहे प्रतिदिन के निरीक्षण की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि इसमें कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वहीं, कोर्ट केस के लंबित मामलों की जानकारी ली और इनके निष्पादन में तेजी लाने का निर्देश दिया।
उधर, एसीएस केके पाठक ने समीक्षा बैठक में कहा कि- 2023 के पहले के सभी कोर्ट केस में प्रति शपथपत्र जल्द भेज दें। इसके साथ ही विभागीय जो भी कार्य लंबित हैं, उन्हें समय पर पूरा कराएं। उन्होंने यह निर्देश दिया कि विभागीय कार्यों का निष्पादन ई-ऑफिस के माध्यम से ही करें। उन्होंने कहा कि अब भी कोई पदाधिकारी ई-ऑफिस के माध्यम से कार्य नहीं कर रहे हैं, वे तत्काल शुरू कर दें। उन्होंने सभी पदाधिकारियों से उनके कार्यों की प्रगति की भी जानकारी ली।