बिहार के नवादा जिला शिक्षा अधिकारी और वारसलीगंज के बीईओ का वेतन रोक दिया गया है. इसके साथ ही जिले के 4 हेडमास्टर का वेतन भी बंद कर दिया गया है. ये कार्रवाई केके पाठक के नवादा दौरे के दौरान हुई. जिले के बड़े शिक्षा पदाधिकारी पर कार्रवाई की गाज गिरने पर शिक्षा विभाग में हड़कंप की स्थिति है. वहीं इससे पहले उन्होंने नवादा में डायट का निरीक्षण किया. वो बीपीएससी से नियुक्ति शिक्षकों के बीच पहुंचे।
केके पाठक का नवादा दौरा
केके पाठक ने नवनियुक्त शिक्षकों से एक बार फिर कहा कि बिहार में 90 फीसदी स्कूल गांवों में हैं इसलिए आप सभी को गांवों में रहकर ही पढ़ाना होगा. इसके लिए आप सभी को हमेशा तैयार रहना होगा. उन्होंने नवनियुक्त शिक्षकों से यह भी कहा कि आप लोगों को गांव में रहने के साथ ही बच्चों को अच्छी शिक्षा भी देनी होगी।
केके पाठक की आरती उतारी
वहीं नवादा में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक का भव्य स्वागत किया गया. उनकी आरती उतारी गई. पाठक ने कहा कि आप एक अच्छे टीचर के रूप में वह स्कूल जाएंगे तो वहां पर बच्चों को बेहतर ढंग से पढ़ाना होगा. उनका ध्यान रखना होगा. काम में किसी भी प्रकार का कोई कटौती नहीं करना होगा. केके पाठक ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार की खूब तारीफ की. उन्होंने कहा कि नौकरियों की भरमार है. अब बहुत ही जल्द पटना के गांधी मैदान में फिर से नियुक्ति पत्र बांटा जाएगा।
शिक्षकों को केके पाठक ने किया संबोधित
केके पाठक अचानक देर रात नवादा के डायट भवन में पहुंचे थे और वहां पर बीपीएससी के शिक्षकों को संबोधित किया. शिक्षकों को संबोधित करते हुए पाठक ने कहा कि ”पहले लोग 50 फीसदी स्कूल जाते थे, लेकिन अब 100 फीसदी लोग स्कूल जाते हैं. शिक्षकों का दायित्व है कि बच्चों को टाइम दें.” अपर मुख्य सचिव आज एक निजी होटल से निकले और अपनी कार में बैठकर रवाना हो गए।
कार्रवाई से हड़कंप
वहीं केके पाठक के साथ नवादा के डीएम आशुतोष कुमार वर्मा, डीडीसी दीपक कुमार मिश्रा, एसडीओ अखिलेश कुमार, पदाधिकारी और शिक्षा पदाधिकारी भी उपस्थित थे. केके पाठक की एक झलक देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. पाठक का आगमन होते ही लोगों ने फूल का बरसा कर स्वागत किया था. हालांकि शिक्षा विभाग के 6 कर्मचारियों का वेतन बंद करने से केके पाठक के हनक की चर्चा पूरे इलाके में हो रही है।