स्कूलों में दिखने लगा केके पाठक इम्पैक्ट, माध्यमिक में 30 तो प्राथमिक में 40 फीसदी उपस्थिति बढ़ी

GridArt 20230901 130449236

बिहार के स्कूलों में लगातार छात्रों की उपस्थिति बढ़ रही है। पटना जिले के माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में पिछले तीन महीने में 55 से 60 फीसदी तक उपस्थिति पहुंच गयी है। वहीं प्राथमिक और मध्य विद्यालय में 53 से 57 फीसदी बच्चे स्कूल आने लगे हैं।

 

पहले जिले के नौवीं से 12वीं की कक्षाओं में 25 से 30 फीसदी उपस्थिति ही रहती थी । कक्षा एक से आठवीं तक 20 फीसदी बच्चे ही आते थे, लेकिन अब ज्यादातर स्कूलों में कक्षाएं भ रहती हैं। कहा जा रहा है कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक का असर दिखने लगा है।

75 फीसदी उपस्थिति के नियम से स्कूलों की उपस्थिति बढ़ी है। हाल में ही बोर्ड ने यह आदेश जारी किया है कि 75 फीसदी उपस्थिति नहीं होने पर छात्र-छात्राएं मैट्रिक और इंटर परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे। जहां छात्र इंटर और मैट्रिक का परीक्षा फॉर्म भरने के बाद स्कूल नहीं आते थे, वहीं अब फॉर्म भराने के बाद भी उपस्थित हो रहे हैं। शास्त्रीनगर बालक हाई स्कूल में 657 छात्र नामांकित है। इसमें 430 के लगभग छात्र विद्यालय आने लगे हैं। जबकि पिछले कई महीनों से स्कूल में मात्र 30 फीसदी ही उपस्थिति थी।

छात्र और शिक्षकों की उपस्थिति से स्कूल के शैक्षणिक माहौल में बदलाव आया है। अब शिक्षक के साथ छात्र भी समय पर स्कूल आने लगे हैं। स्कूल सुबह नौ से चार बजे तक नियमित चलता है। हर कक्षा संचालित हो रही है।

रघुनाथ बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में 523 छात्राएं नामांकित हैं। विद्यालय में 250 के लगभग छात्राएं हर दिन स्कूल आ रही हैं। पहले स्कूल में मात्र 50 से 60 छात्राएं ही नियमित स्कूल आती थीं। सबसे ज्यादा नौवीं से 12वीं की कक्षाओं में सख्ती का दिख रहा असर दिख रहा है। व्यवहार में भी व्यापक बदलाव आया है।

Sumit ZaaDav: Hi, myself Sumit ZaaDav from vob. I love updating Web news, creating news reels and video. I have four years experience of digital media.
Recent Posts