अपर मुख्य सचिव केके पाठक (KK Pathak) शिक्षा में सुधार को लेकर पूरी तरह से एक्शन मोड में हैं। केके पाठक (KK Pathak) ने एक और बड़ा फैसला लेते हुए बिहार के दो यूनिवर्सिटी के वीसी और प्रोवीसी समेत अन्य पदाधिकारियों का वेतन रोक दिया है। इसके साथ ही उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी सख्त निर्देश दिया है।
दो यूनिवर्सिटी के वीसी के वेतन पर रोक
दरअसल, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक (KK Pathak) ने यूनिवर्सिटी में रिजल्ट देरी से जारी किए जाने के खिलाफ सख्त रूख अख्तियार किया है। उन्होंने कहा है कि जब तक विद्यार्थियों का लंबित परीक्षा परिणाम जारी नहीं होगा, तबतक उन्हें तनख्वाह नहीं मिलेगी।
आपको बता दें कि शिक्षा विभाग ने जेपी यूनिवर्सिटी, छपरा और मगध विश्वविद्यालय, बोधगया के कुलपति, प्रतिकुलपति, कुलसचिव, परीक्षा नियंत्रक, वित्त पदाधिकारी समेत कई पदाधिकारियों के वेतन पर रोक लगा दी है।
शिक्षा विभाग ने जारी किया आदेश
शिक्षा विभाग ने इस संबंध में एक आदेश जारी किया है और कहा है कि परीक्षा परिणाम में विलंब होने की वजह से छात्रों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। फिलहाल इस सिलसिले में विभाग के सचिव ने दोनों यूनिवर्सिटी के कुलसचिवों को पत्र लिखा है।