पटना: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक एक्शन में हैं। अब स्कूलों में अधिक से अधिक बच्चों की उपस्थिति दर्ज कराना उनके टारगेट पर है। इससे पहले एक्शन लेते हुए विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति चेक करा ली गई है। लेकिन छात्रों की संख्या अभी भी कम है। जांच में पता चला है कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी यानी BEO के लेवल से लापरवाही बढ़ती जा रही है। इसीलिए यह कदम उठाया गया है।
केके पाठक ने कहा है कि 15 अगस्त के बाद अगर सभी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति 50 फ़ीसदी भौतिक रूप में नहीं हुई तो संबंधित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी पर कार्रवाई होगी। बताया गया है कि जांच में यह बात सामने आई है कि पदाधिकारियों की लापरवाही से ही आशातीत सफलता नहीं मिल रही है। इस संबंध में शिक्षा विभाग द्वारा सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र भेजकर ताकीद की गई है।
कहा गया है कि जिन स्कूलों में 50 फ़ीसदी बच्चे नहीं पाए जाएंगे वहां शिक्षक पर कार्रवाई तो होगी हीं, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों का वेतन भी तत्काल प्रभाव से रोक दिया जाएगा। उनसे शो कॉज पूछा जाएगा और उचित जवाब नहीं मिलने पर बड़ी कार्रवाई भी हो सकती है जिसमें आरोपपत्र का गठन भी शामिल है।
पिछले कुछ दिनों राज्य भर के सभी सरकारी स्कूलों में बड़े पैमाने पर जांच कराई गई। जांच रिपोर्ट में पता चला कि प्रखंड मुख्यालय में जहां बीईओ का कार्यालय है उसके आसपास के स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति अच्छी नहीं रहती है। इससे ज्ञात होता है कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी निरीक्षण को लेकर गंभीर नहीं हैं ऐसे बीईओ पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।