बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर और उनके विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के बीच उठा विवाद थम नहीं रहा है. इस विवाद के बीच आज सीएम नीतीश कुमार ने दोनों को ही मीटिंग के लिए अपने आवास पर बुलाया था. वहीं इस मामले पर आरजेडी की प्रदेश प्रवक्ता रितु जायसवाल ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. रितु जायसवाल ने साफ कहा कि के.के. पाठक ‘रॉबिनहुड’ वाली छवि चमका रहे हैं, काम में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं होगा।
सोशल मीडिया पर पोस्ट के द्वारा आरजेडी की प्रदेश प्रवक्ता रितु जायसवाल ने के.के पाठक पर आरोप लगते हुए कहा कि ऐसा देखने में आ रहा है कि विभाग के कुछ पदाधिकारी विभाग की प्राथमिकताओं को तरजीह न देकर अपनी ‘रॉबिनहुड’ वाली छवि चमकाने में लगे हुए हैं. ऐसे लोग विभाग से संबंधित पत्रों को मंत्री कोषांग में पहुंचने से पहले ही सोशल मीडिया पर डाल देते हैं या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया / यूट्यूबर्स के साथ शेयर कर देते है।
रितु जायसवाल ने कहा कि यह कृत्य बिहार के सरकारी सेवकों के conduct rules का खुला उल्लंघन है. अब यह आवश्यक हो चला है कि ऐसे सरकारी सेवकों की जवाबदेही तय हो. पढ़ाई, लिखाई, सुनवाई और कार्रवाई वाली इस सरकार में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
रितु जायसवाल ने लिखा है-बिहार सरकार में शिक्षा विभाग की प्राथमिकतायें स्पष्ट हैं:
◆ सरकारी नौकरी हेतु नये पदों का सृजन करना
◆ प्रत्येक जिले में सिमुलतला की तर्ज पर मॉडल आवासीय विद्यालय खोलना
◆ विश्वविद्यालय के विलंबित सत्रों को नियमित करना
◆ उर्दू/फारसी/अरबी व अन्य छूटे विषयों का STET आयोजित कराना
◆ सरकारी विद्यालयों में भवनों का मरम्मतीकरण, गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराना इत्यादि