बिहार के शिक्षक बहाली को भले ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार एक बड़ी उपलब्धि बता रही हो लेकिन शिक्षा विभाग के फैसले हैरान कर रहे हैं. केके पाठक को जब से शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है तब से ही लगातार उनके फैसले सुर्खियां बटोर रहे हैं. इन सबके बीच विद्यालयों में समय पर शिक्षकों के आने जाने सहित शिक्षा गुणवत्ता में सुधार को लेकर केके पाठक के कुछ फैसलों की सराहना भी हो रही है. वहीं दूसरी ओर उनके कुछ फैसले जी का जंजाल बन जा रहे हैं. अब ऐसा ही एक निर्देश शिक्षकों के वेतन कटौती को लेकर आया है.
वेतन कटौती किन परिस्थितियों में हो सकती है इसे लेकर सोशल मीडिया पर एक वायरल नियम सूची से शिक्षकों के होश उड़े हैं. इसमें यहां तक कहा गया है कि कोई शिक्षक अगर विद्यालय की कक्षा अवधि में पानी पीना जाता है या फिर वह शौचालय जाता है तो उसका वेतन कट सकता है. इतना ही नहीं जाड़े के मौसम में धूप सेंकने और क्लास में कुर्सी रखने या उस पर बैठने पर भी वेतन में कटौती हो सकती है. ऐसे करीब 15 सूत्री नियम हैं जिससे शिक्षकों के वेतन कटौती जुड़े हैं.
इन परिस्थतियों में कट सकता है वेतन
- सुबह 9 बजे तक स्कूल नहीं पहुंचने पर, 2.शाम 5 बजे से पहले स्कूल से विदा होने पर, 3.रोजाना 6 घंटी क्लास नहीं लेने पर, 4.मिशन दक्ष में क्लास नहीं लेने पर, 5.कान में EAR PHONE लगाने पर, 6.ठंढ में धूप सेंकने पर, 7.छुट्टी लेकर शिक्षा ऑफिस जाने पर, 8.पाठ टीका नहीं बनाए जाने पर, 9.धूम्रपान करने तथा क्लास में नींद आने पर, 10. शिक्षक के 15 किलोमीटर से दूर घर से आने-जाने पर, 11.क्लास में मोबाइल से बात करने पर, 12.क्लास के दौरान पानी पीने पर, 13.क्लास के दौरान टॉयलेट जाने पर, 14.क्लास में कुर्सी रखने पर और 15.उच्च अधिकारियों के सवाल का जवाब नहीं देने पर.