पटना: बिहार में शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा कई कवायदें की जा रही हैं। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने जिम्मेदारी संभालने के बाद शिक्षा सुधार को लेकर कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिसका अब असर भी दिखने लगा है।
बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने एकबार फिर एक्शन में आते हुए एक और फरमान जारी किया है कि बिहार के वित्तरहित कॉलेजों का निरीक्षण किया जाएगा। इसके लिए सभी पदाधिकारियों को जिला आवंटित कर दिया गया है। साथ ही निर्देश दिया गया है कि वे इसी सप्ताह वित्तरहित कॉलेजों का निरीक्षण कर पूरी रिपोर्ट सौंपे, जिसके बाद पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन तैयार होगा।
तैयार किए गये पावर प्रजेंटेशन को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के सामने 30 सितंबर को पेश किया जाएगा शिक्षा विभाग द्वारा जारी की गई सूची के मुताबिक बैद्यनाथ प्रसाद सचिव को मुजफ्फरपुर जिला आवंटित किया गया है तो बी. कार्तिकेय धनजी को लखीसराय, सतीश चंद्र झा विशेष सचिव को समस्तीपुर जिला आवंटित किया गया है, जहां के वित्तरहित कॉलेजों का निरीक्षण करेंगे। सभी जिलों के लिए अलग-अलग अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है।