Voice Of Bihar

खबर वही जो है सही

जानिये कौन हैं पद्मश्री पाने वाले बिहार के मुसहरों के मसीहा भीम सिंह भावेश, निर्मला देवी को भी सम्मान

ByLuv Kush

जनवरी 26, 2025
IMG 0042

केंद्र सरकार ने 2025 के पद्म सम्मानों का ऐलान कर दिया है. अब तक आयी सूची के मुताबिक इसमें बिहार के दो लोगों का नाम शामिल है. बिहार के आरा के रहने वाले भीम सिंह भावेश और मुजफ्फरपुर की निर्मला देवी को पद्मश्री सम्मान से सम्मानित करने का फैसला लिया है. भीम सिंह भावेश को समाजसेवा के लिए तो निर्मला देवी को कला के क्षेत्र में पद्मश्री मिला है.

केंद्र सरकार ने 2025 के पद्म सम्मानों का ऐलान कर दिया है. अब तक आयी सूची के मुताबिक इसमें बिहार के दो लोगों का नाम शामिल है. बिहार के आरा के रहने वाले भीम सिंह भावेश और मुजफ्फरपुर की निर्मला देवी को पद्मश्री सम्मान से सम्मानित करने का फैसला लिया है. भीम सिंह भावेश को समाजसेवा के लिए तो निर्मला देवी को कला के क्षेत्र में पद्मश्री मिला है.

मुसहर के मसीहा को सम्मान

केंद्र सरकार ने इस साल आरा के रहने वाले भीम सिंह भावेश को पद्मश्री सम्मान से सम्मानित करने का फैसला लिया है. आरा(भोजपुर) के रहने वाले भीम सिंह पेशे से पत्रकार रहे हैं. पत्रकारिता के दौरान उन्होंने मुसहर समाज की दुर्दशा देखी तो अपना जीवन उनके लिए समर्पित कर दिया. वे पिछले 22 सालों से भोजपुर जिले के साथ साथ आस-पास के क्षेत्र में मुसहरों के लिए काम कर रहे हैं.

केंद्र सरकार के मुताबिक भीम सिंह भावेश अपनी संस्था “नई आशा” के जरिये मुसहर बस्तियों में काम करते हैं. वे दलितों और अति पिछड़ी जातियों की शिक्षा, स्वास्थ्य के लिए काम करते हैं. भोजपुर जिले में उन्होंने करीब 8 हजार मुसहर बच्चों का स्कूल में एडमिशन करवाया है. वह 100 से ज्यादा स्वास्थ्य शिविर आयोजित करवा चुके हैं. उन्होंने अपनी दो किताबों नेमप्लेट और कोलकाता से कोलकाता के जरिये मुसहर समाज की दुर्दशा को समाज के सामने रखा है.

निर्मला देवी को भी सम्मान

केंद्र सरकार ने कला के क्षेत्र में मुजफ्फरपुर की निर्मला देवी को भी पद्मश्री से सम्मानित करने का फैसला लिया है. 75 साल की निर्मला देवी सूजनी कला में पिछले 4 दशक से काम कर रही हैं. उनके काम को जीआई टैग मिल चुका है. केंद्र सरकार के मुताबिक निर्मला देवी ने सूजनी कला को न सिर्फ इस देश में बल्कि पूरी दुनिया में फैलाने में अहम भूमिका निभायी है. कई देशों के म्यूजियम में उनकी कला का प्रदर्शन किया जा रहा है. मुजफ्फरपुर में वह भूसरा महिला विकास समिति चला रही हैं. इस संस्था के जरिये एक हजार से ज्यादा महिलाओं को सूजनी कला का प्रशिक्षण दिया जा चुका है.

 

NewsDeatilsee47fac4c4374d8b898f823011d3ec4c228

 

 

NewsDeatils86d931baf11f470d802598aa18ed4523229

 

NewsDeatils3feeb95cb3d84fc7bb9d998d458214d3230

 

NewsDeatilsc2043a963fe3476087cf4894732689ff231

 

NewsDeatils5b35ff000bd44d689d8cfbf1950bc1f3232

 

NewsDeatils415f8051dbeb4714ab7d1ac43daa9925233

 

NewsDeatilsf4b9e80285b64c1498e1deebc173e39f234

 

NewsDeatilsabab4bddef1148a68df3a75708570ca8235

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *