उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर में कोलकाता जैसी वारदात का खुलासा पुलिस ने किया है। नर्स के साथ एक दरिंदे ने पहले रेप किया, फिर उसकी हत्या कर दी। बाद में उसका सामान लूटकर फरार हो गया। नर्स 30 जुलाई से लापता थी। उसकी बहन ने थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई थी। पुलिस ने आरोपी को राजस्थान से दबोचा है। उसे जेल भेज दिया गया है। 8 अगस्त को महिला का क्षत-विक्षत शव मिला था। शव रुद्रपुर की बिलासपुर कॉलोनी में झाड़ियों में मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता लगा कि रेप के बाद हत्या की गई है। 33 साल की महिला 11 साल की बच्ची के साथ रहती थी। जो अस्पताल से लौटते समय लापता हुई थी।
पुलिस ने आसपास के कैमरे खंगाले और नर्स के फोन का EMI नंबर सर्विलांस पर लगाया। फुटेज में महिला के पीछे एक अज्ञात शख्स जाता दिखा। इसके बाद फोन यूपी के बरेली में एक्टिव मिला। उत्तराखंड पुलिस वहां पहुंची तो पता लगा कि इसे खुशबू नाम की महिला यूज कर रही है। जो तुरसापट्टी के रहने वाले धर्मेंद्र की पत्नी है। पूछताछ में महिला ने बताया कि इस फोन को उसका पति यूज कर रहा था। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए दबिश दी।
पहचान छिपाने के लिए पत्थर से कुचला चेहरा
धर्मेंद्र की लोकेशन पुलिस को राजस्थान के जोधपुर में मिली। पुलिस ने उसे पकड़ा और देहरादून ले आई। धर्मेंद्र ने कबूल किया कि वह 6 माह से जाफरपुर की फैक्ट्री में काम कर रहा था। 30 जुलाई को सुनसान इलाके में एक महिला दिखी थी। उसने अंधेरे का फायदा उठाया और महिला को झाड़ियों में ले गया। जिसके बाद रेप किया। महिला चिल्लाने लगी तो गला घोंट दिया। बाद में पहचान छिपाने के लिए चेहरे को पत्थर से कुचला और सामान व फोन लेकर भाग गया। बाद में बरेली जाकर अपना सिम डालकर फोन चालू किया। एसएसपी मंजुनाथ टीसी ने बताया कि आरोपी को जेल भेज दिया गया है।