कोलकाता में हजारों जूनियर डॉक्टरों और मेडिकल छात्रों ने सोमवार को विरोध मार्च निकाला। उनके पुलिस मुख्यालय की तरफ बढ़ने पर उन्हें बीच में रोक लिया गया। इस पर वे अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए।
कोलकाता पुलिस कमिश्नर विनीत कुमार गोयल के इस्तीफे की मांग को लेकर विरोध मार्च निकाला गया। यह उत्तरी कोलकाता के कॉलेज स्क्वायर से शुरू हुआ और पुलिस मुख्यालय की ओर बढ़ रहा था।
लेकिन पुलिस ने उन्हें पुलिस मुख्यालय से काफी दूर सेंट्रल एवेन्यू पर ही रोक दिया। सभी प्रदर्शनकारी डॉक्टर उसी जगह धरने पर बैठ गए, जहां उन्हें रोका गया था।
मार्च के आयोजकों ने कहा कि उन्हें शहर के पुलिस मुख्यालय के गेट तक जाने की अनुमति दी जाए। आयोजकों का कहना है कि वे शीर्ष पुलिस अधिकारी के इस्तीफे की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपना चाहते हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पुलिस आयुक्त को स्वयं आकर ज्ञापन स्वीकार करना होगा।
हालांकि वहां तैनात पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन जूनियर डॉक्टर और मेडिकल छात्र अपनी मांगों पर अड़े रहे।
पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फोरम के बैनर तले आयोजित विरोध मार्च के आयोजक ने कहा, “पुलिस कमिश्नर हमारे धैर्य की परीक्षा ले रहे हैं, लेकिन हम डॉक्टर हैं। हम किसी भी तरह की हिंसा का सहारा नहीं लेंगे। अगर जरूरत पड़ी, तो हम धरना-प्रदर्शन अनिश्चितकाल के लिए जारी रखेंगे। हम आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के जूनियर डॉक्टर को न्याय दिलाने के लिए पुलिस कमिश्नर का इस्तीफा चाहते हैं।”
इस बीच, पुलिस अधिकारियों के साथ बहस जारी रखते हुए जूनियर डॉक्टरों ने पुलिसकर्मियों को गुलाब भेंट कर शिष्टाचार का उदाहरण पेश किया। लेकिन धरना स्थल पर पुलिस कमिश्नर का पुतला भी जलाया । इस दौरान, पुलिस मुख्यालय के आसपास के इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। दो स्थानों पर नौ फुट ऊंचे बैरिकेड्स लगाए गए हैं।