कोसी बराज से रविवार सुबह चला रिकॉर्ड 6.61 लाख क्यूसेक पानी सुपौल-सहरसा जिले में तबाही मचा रहा है। रात होते-होते खगड़िया जिला में भी कोसी नदी उफनाई और कई इलाकों में पानी फैलने लगा। अंदेशा है कि सोमवार को नवगछिया इलाके में कोसी कहर बरपाएगी।
सुपौल में डेढ़ लाख तो सहरसा जिले में साढ़े चार लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। सुपौल के पूर्वी कोसी तटबंध के अंदर दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी फैल गया।सुपौल के के पांच प्रखंड की 25 पंचायतों की डेढ़ लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित है। सुपौल के डीएम कौशल कुमार ने बताया कि शनिवार की रात तटबंध के 22 स्पर में रिसाव हो गया था जिसे ठीक कर लिया गया। कोसी महासेतु के गाइड बांध पर हो रहे रिसाव को भी इंजीनियरों ने ठीक कर लिया। इधर, सहरसा के नवहट्टा स्थित बाराही गांव के पास 72.80 स्पर को कोसी नदी का पानी आर-पार कर गया। मधेपुरा के आलमनगर और चौसा में भी बाढ़ का पानी फैलने लगा है।
नवगछिया में बढ़ने लगा कोसी का जलस्तर
नवगछिया में कोसी का जलस्तर बढ़ने लगा है। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार रविवार को कोसी के जलस्तर में महज चार सेमी की वृद्धि हुई। सोमवार से जलस्तर में तेज वृद्धि होगी। इधर, कहलगांव-पीरपैंती में भी स्थिति बिगड़ने की आशंका है। भागलपुर में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है। रविवार को यहां जलस्तर 33.03 मीटर रहा। वहीं कहलगांव में गंगा खतरे के निशान से ऊपर है। यहां जलस्तर 31.47 मीटर है जबकि खतरे का निशान 31.09 मीटर है।