नदी की तेज धार में बहा मजदूर, किउल नदी में लगा रहा था 33,000 वोल्ट का तार

82872aa0b8e9e48668ca2dec7f9f7ed1

जमुई के खैरमा नदी घाट में बिना सेफ्टी बेल्ट के मजदूरों से 33000 का तार लगवाने के दौरान एक मजदूर नदी की तेजधार में बह गया। जिसका घंटों तलाश के बाद भी कोई सुराग नहीं मिला। उसके बाद घटना की जानकारी सीओ को दी गई। इस घटना को लेकर मजदूर के परिजन काफी चिंतित नजर आ रहे हैं और इस मामले में मदद की मांग कर रहे हैं।

वहीं जानकारी मिलने के बाद जमुई सीओ ललिता कुमारी तथा बरहट प्रखंड के सीओ मौके पर पहुंचे और मजदूर को खोजने के लिए बुधवार की सुबह एनडीआरएफ की टीम को बुलाने की बात कही। वहीं, लापता हुए मजदूर की पहचान खैरा प्रखंड क्षेत्र के जीत झींगोई सरसा टोला निवासी सत्यनारायण यादव का 32 वर्षीय पुत्र विवेक कुमार के रूप में की गई है।

लापता मजदूर के चाचा दामोदर यादव ने बताया कि 500 हजार रुपए प्रतिदिन की दर से उसका भतीजा ठिकेदार संजय कुमार भालोटिया के कहने पर कियुल नदी घाट पर गिरे 33000 का तार को ठीक करने के लिए पहुंचा था। गहरा पानी होने के कारण मजदूरों ने ठेकेदार और विद्युत विभाग के पदाधिकारी को ज्यादा पानी होने का हवाला देते हुए काम दूसरे दिन करने की बात कही।

लेकिन बिजली विभाग के पदाधिकारी ने दबाव बनाते हुए मजदूरों को कहा कि हर हाल में तार आज ही जोड़ना है। जिसको लेकर 10 मजदूर 33 हजार वॉल्ट के तार को जोड़ रहा था। उसी दौरान विवेक कुमार का पैर बिजली पोल से फिसल गया और खैरमा नदी घाट के गहरे पानी में गिर गया। पानी के तेज बहाव के कारण विवेक लापता हो गया। घटना की जानकारी के बाद अन्य मजदूरों और स्थानी लोगों ने काफी खोजबीन की लेकिन देर रात तक विवेक का कोई सुराग नहीं मिला।

उधर, घटना की जानकारी के बाद लापता मजदूर के पिता और अन्य परिवार के लोग मौके पर पहुंच गए। बता दें कि बीते तीन दिनों से हो रहे हैं मूसलाधार बारिश के कारण नदिया उफान पर है। परिजनों को भी आशंका है कि इतने गहरे पानी में डूबने से अब उनका पुत्र नहीं रहा होगा। सीओ ललिता कुमारी ने बताया कि बुधवार की सुबह एनडीआरएफ की टीम पहुंच जाएगी और लापता मजदूर को खोजा जाएगा।