20 नवंबर को शहर के पंजाबी मुहल्ला में हुए तिहरे हत्याकांड का मुख्य आरोपित आशीष चौधरी ने सोमवार को लखीसराय मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कोर्ट में आत्मसमर्ण कर दिया। लखीसराय के एसपी पंकज कुमार ने इसकी पुष्टि की है।
बुधवार को आरोपित के घर की कुर्की-जब्ती होनी थी। आशीष चौधरी ने छठ पर्व के दिन 20 नवंबर को शहर के नया बाजार कबैया थाना अंतर्गत पंजाबी मोहल्ला में शशिभूषण झा सहित इनके परिवार के छह लोगों को गोली मार दी थी। इसमें उनके बेटे राजनंदन झा, चंदन झा एवं बेटी दुर्गा झा की मौत हो गई थी।
घटना के बाद से ही फरार चल रहा था आरोपी
शशि भूषण झा, इनकी बहू लवली झा (राजनंदन झा की पत्नी) एवं प्रीति झा पत्नी कुंदन झा जख्मी हो गई थी। आशीष चौधरी ने दुर्गा झा के प्रेम प्रसंग में उक्त घटना को अंजाम दिया था। बाद में यह मामला हाई प्रोफाइल हो गया। एएसपी रौशन कुमार के नेतृत्व में एसआइटी टीम ने आरोपित आशीष की तलाश में बिहार के बिभिन्न जिलों के अलावे दूसरे राज्यों में भी छापेमारी की, लेकिन सफलता नहीं मिली।
इस बीच मंगलार को आरोपित आशीष चौधरी 11 बजे लखीसराय स्टेशन के पास पहुंचा और उसके बाद वह एक आटो पर बैठकर लखीसराय कोर्ट चला गया। पहले से ही तैयार उसके अधिवक्ता ने आशीष के सरेंडर करने की कागजी औपचारिकता पूरी की। इसके बाद उसे मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल लखीसराय ले जाया
तबतक किसी को आशीष के सरेंडर करने की भनक नहीं लगी। मेडिकल जांच के बाद पुलिस अभिरक्षा में उसे लखीसराय मंडलकारा भेज दिया गया।
केस के अनुसंधानकर्ता सह कबैया थानाध्यक्ष वैभव कुमार ने आशीष को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में अर्जी दी है। इस घटना में पुलिस ने लाइनर राजन पासवान के अलावे उमेश साव और अशोक मोदी को अप्राथमिकी अभियुक्त बनाकर जेल भेजा है।