प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने माना है कि लखपति दीदियाँ स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रही हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों से महिला कल्याण के लिए अभूतपूर्व कार्य किया जा रहा है ताकि देश की महिलाएँ आगे बढ़ सकें, समृद्ध बन सकें और प्रगति के नए आयाम स्थापित कर सकें। यह जानकारी आज प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान जारी कर दी।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान की एक्स पर एक पोस्ट पर टिप्पणी करते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय ने लिखा, “केंद्रीय मंत्री श्री @ChouhanShivraj जी लिखते हैं कि लखपति दीदियां स्व-सहायता समूह के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रही हैं। देश में महिलाएं आगे बढ़ें, समृद्ध और संपन्न बनें व प्रगति के नए आयाम स्थापित करें, इसके लिए विगत 10 वर्षों से महिला कल्याण के अभूतपूर्व कार्य किए जा रहे हैं। महिलाओं के शैक्षणिक, सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक सशक्तिकरण को सुनिश्चित किया गया है।”
दरअसल केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट में अपना लेख साझा करते हुए लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में सामाजिक परिवर्तन की संवाहक हैं लखपति दीदी। पीएमओ ने शिवराज सिंह के लेख पर अपनी टिप्पणी की, और कहा कि पीएम मोदी ने यह माना है कि लखपति दीदियाँ स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रही हैं।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने 25 अगस्त को महाराष्ट्र के जलगांव में लखपति दीदी सम्मेलन में भाग लिया था। जहां उन्होंने हाल ही में मौजूदा सरकार के तीसरे कार्यकाल के दौरान लखपति बनी 11 लाख नई लखपति दीदियों को प्रमाण पत्र दिए थे। इस दौरान उन्होंने ने देश भर की लखपति दीदियों से बातचीत भी की थी। इस अवसर पर पीएम मोदी ने 2,500 करोड़ रुपये का रिवॉल्विंग फंड जारी किया था जिससे 4.3 लाख स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के लगभग 48 लाख सदस्यों को लाभ मिलेगा। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने 5,000 करोड़ रुपये के बैंक ऋण भी वितरित किए थे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा था कि यहां मौजूद हर महिला जानती है कि जब वह आजीविका कमाने लगती है, तो समाज में उसकी स्थिति बेहतर होती है।” उन्होंने कहा कि आय बढ़ने के साथ ही परिवार की क्रय शक्ति भी बढ़ती है। उन्होंने यह भी कहा कि, “जब एक बहन लखपति दीदी बनती है, तो पूरे परिवार की किस्मत बदल जाती है।”
गौरतलब है, पिछले साल केंद्र सरकार ने महिलाओं के लिए लखपति दीदी योजना शुरू की थी। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को उद्योग के क्षेत्र में बढ़ावा देना, उन्हें उद्योग खड़ा करने के लिए आर्थिक सहायता देना है। केंद्र सरकार इस योजना के जरिए महिलाओं को बिना ब्याज के 5 लाख रुपये तक का लोन देती है। लखपति दीदी योजना की शुरुआत से अब तक एक करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाया जा चुका है और सरकार ने तीन करोड़ लखपति दीदियों का लक्ष्य रखा है।