अयोध्या में रामलला की भव्य राम मंदिर के उद्घाटन की तारीख 22 जनवरी जैसे-जैसे नज़दीक आ रही है, वैसे-वैसे रामभक्तों का उत्साह चरम पर जा रहा है। रामलला की प्रतिमा के प्राण प्रतिष्ठा के दिन देश के अलग-अलग हिस्सों से भक्त अपने अंदाज में पहुंचने की तैयारी में लगे है। कोई श्री राम प्रभु के लिए अनुपम भेंट लेकर रामलाल की जन्मस्थली अयोध्या जाने की तैयारी कर रहा है तो कोई अलग अंदाज में इस पल को यादगार बनाने में लगा है। ऐसे में भगवान राम के ससुराल मिथिला कैसे पीछे रह सकता है।
ऐसे में मिथिलांचल के पूर्णिया में रहने वाले प्रियांशु प्रियदर्शी प्रभु श्री राम के प्रति अपना समर्पण भाव से लगभग 700 किलोमीटर की पदयात्रा का संकल्प कर अपनी घर से अयोध्या के लिए रवाना हुआ है। अपनी इस पद यात्रा के क्रम में प्रियांशु प्रियदर्शी मंगलवार की शाम दरभंगा जिले के बिरौल अनुमंडल के सोनपुर गांव पहुंचा। जहां लोगो ने उसके रामलाल के प्रति प्रेम और इस संकल्प को लेकर बधाई और शुभकामनाएं दी। युवक अपने कंधे पर एक तरफ भगवान राम के अन्नय भक्त हनुमान की ध्वजा लगा रखा था। वही एक कंधे पर भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लगा रखा था।
अपने घर से अयोध्या के पद यात्रा पर निकले युवक प्रियांशु प्रियदर्शी ने बताया की वो तीन दिन पूर्व पूर्णिया से पदयात्रा आरंभ किया और उसका लक्ष्य है कि 22 जनवरी से पहले वह श्री राम की जन्म भूमि पर पहुंचे। ताकि रामलाल के प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल हो सके।
वही उन्होंने बताया की वर्षो के बाद हमारे रामलला टेन्ट से निकलकर अपने महल में जा रहे है। उस उद्घाटन में मुझे शामिल होना है। बस यही संकल्प और जुनून के साथ निकले है। मेरे बालाजी मेरे साथ है और हम निकल पड़े है। वही उन्होंने बताया की इस यात्रा में वे अकेले निकला है। उसने बताया की समस्तीपुर होते हुए पटना जाना है और वहां से अयोध्या जाना है।