मोकामा के बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह को पटना हाईकोर्ट से बरी राहत मिली है। अनंत सिंह को साक्ष्य के अभाव में पटना हाईकोर्ट ने बरी कर दिया है अनंत सिंह के बेढ़ना स्थित घर से पुलिस ने ए के 47 बरामद किया गया था। जिसके बाद निचली अदालत ने पूर्व विधायक अनंत सिंह को सजा सुनायी थी। इसके साथ ही इनके चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी थी। जिसके बाद उनकी पत्नी नीलम सिंह मोकामा से जीत दर्ज की थी। इसके बाद अब पटना हाईकोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को पटना हाईकोर्ट के जस्टिस चंद्रशेखर झा ने मोकामा के बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह को ए के 47 बरामदगी एवं एक अन्य केस में साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया है। इससे पहले जस्टिस चंद्रशेखर झा की बेंच ने दोनों पक्षों के दलीलों को सुनते हुए ऑर्डर को रिज़र्व रखा था। इसके बाद उन्हें बरी कर दिया गया है।
वहीं ,अनंत सिंह को बरी होने के बाद समर्थकों एवं परिवारों में ख़ुशी की लहर है । समर्थकों का कहना है की न्याय की जीत हुई है। पूर्व विधायक अनंत सिंह पहले भी निर्दोष थे। अनंत सिंह के बरी होने के बाद भाजपा- जदयू गठबंधन मज़बूत होगा। मुंगेर लोकसभा चुनाव में ललन सिंह के जीत में अनंत सिंह का बड़ा योगदान रहा है।ऐसी चर्चा है की आगामी विधानसभा में अनंत सिंह मोकामा से पुनः विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे ।
मालूम हो कि, इससे पहले पेरौल पर लोकसभा चुनाव के समय अनंत सिंह बाहर आए थे। इस दौरान सीधे तौर पर तो नहीं लेकिन पर्दे के पीछे इन्होंने ललन सिंह को सपोर्ट किया था। ललन सिंह ने मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह पूरा इलाका तो अनंत बाबू का है। यहां अनंत बाबू ने खूब काम किया। यहां कम अन्याय नहीं होता था लेकिन अनंत बाबू यहां न्याय करते थे। ललन सिंह ने कहा कि अनंत सिंह इस इलाके में हर लोगों के साथ न्याय करते थे। इसलिए उन्हें छोटे सरकार कहा जाता है।