मुंगेर लोकसभा सीट से एक बार फिर एनडीए कैंडिडेट के रूप में राजीव रंजन सिंह उर्फ़ ललन सिंह चुनाव मैदान में हैं। ऐसे में अब ललन सिंह लगातार अपने संसदीय इलाके में घूम रहे हैं और अपने लिए वोट की अपील कर रहे हैं। इसके साथ ही ललन सिंह जदयू कार्यकर्ताओं के साथ समन्वय की बैठक भी कर रहे हैं और इस बैठक में वह ऐसी बात भी बता रहे हैं, जिसको लेकर उनपर कई दफे सवाल उठाए जा चुके हैं।
दरअसल, मुंगेर में एनडीए घटक दलों की समन्वय बैठक में वर्तमान सांसद और प्रत्याशी ललन सिंह ने कहा कि विपक्षी पहले कहते थे कि ललन सिंह ने लालू यादव पर जांच बिठावा दिया है, तब हम मन ही मन मुस्कुराते थे कि बात तो सच है। ललन सिंह ने खुद यह स्वीकार किया है कि साल 2008 में तत्कालीक प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को हमने ही कागज देकर बताया था कि बिहार में जमीन के बदले नौकरी घोटाला चल रहा है। जिसकी बाद जांच शुरू हुई और सच सबके सामने आया।
इसके साथ ही ललन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री का नारा है, सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास। जिसमें हमारे मुख्यमंत्री जी ने कुछ शब्द और जोड़ दिया है और कहा है कि सामाजिक न्याय के साथ विकास। ऐसे में दोनों बातों को अच्छे से देखा जाए तो इन दोनों की मंशा एक ही है। लेकिन एक नेता या यूं कहें कि युवराज इन दिनों लगातार घूम रहे हैं और कह रहे हैं कि हमने रोजगार देने का काम किया है। पर जब उसके पिता मुख्यमंत्री थे तब जमीन लिखवा कर रोजगार देते थे और यहां नीतीश कुमार गांधी मैदान में बुलाकर लोगों को रोगजार देते है। यही अंतर है लालू और नीतीश मे। ललन सिंह ने कहा कि हम अब 10 लाख युवाओं को नौकरी देने जा रहे है। जिसमें लगभग 5 लाख लोगों को नौकरी दे दी गई है।
इसके अलावा ललन सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि साल 2024 के चुनावी संघर्ष का बिगुल बज चुका है। युद्ध का आगाज हो चुका है और युद्ध का लक्ष्य भी निर्धारित है। ऐसे में एनडीए के सभी कार्यकर्ताओं का दायित्व है कि मैदान में कूद जाएं और विजय प्राप्त करें, ताकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 400 पार का नारा दिया तो बिहार में 40 सीट पर विजय हासिल करना हैं।