तमिलनाडु के बिजली मंत्री वी सेंथिल बालाजी के ठिकानों पर हुई ईडी की छापेमारी को लेकर लालू यादव और ललन सिंह ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है. विपक्षी दलों के नेताओं के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों की होने वाली कार्रवाई को लेकर दोनों नेताओं ने केंद्र सरकार को घेरा है. साथ ही कहा है कि हम लड़ेंगे और हम जीतेंगे. बस विपक्ष एकजुट रहे।
आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने सोशल मीडिया पर अंग्रेजी में किए पोस्ट में लिखा है कि तमिलनाडु के मंत्री सेंथिल बालाजी के खिलाफ केंद्र सरकार और उसकी एजेंसियों द्वारा प्रतिशोध की एक और कार्रवाई को देखना चौंकाता या आश्चर्यचकित नहीं कर रहा. वर्ष 2024 के आम चुनाव तक यह जारी रहेगा. कोई गलती न करें-हम लड़ेंगे, हम जीतेंगे. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के साथ हम एकजुट हैं।
वहीं जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि ईडी ने तमिलनाडु में वी सेंथिल बालाजी के घर पर छापा मारा है जो 23 जून को पटना में नीतीश कुमार द्वारा बुलाई गई सभी विपक्षी पार्टियों की बैठक को ध्यान में रखते हुए नरेंद्र मोदी सरकार की घबराहट और हताश प्रतिक्रिया है. भाजपा सरकार राज्यों में विपक्षी दलों के नेतृत्व वाली सरकारों को बदनाम करने के लिए विपक्षी दलों के खिलाफ संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है. 23 जून से पहले विपक्षी नेताओं के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई की उम्मीद बहुत अधिक है माननीय प्रधान मंत्री के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा इस तरह की मनमानी और दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई की जद (यू) कड़ी निंदा करती है।
बता दें कि मंगलवार देर रात ईडी ने चेन्नई में डीएमके सरकार के बिजली मंत्री सेंथिल बालाजी के आवास पर छापेमारी की. छापेमारी के बाद सेंथिल को हिरासत में ले लिया गया. देर रात करीब 2 बजे ईडी ने मंत्री को गिरफ्तार कर लिया. सेंथिल का नाम ‘नौकरी के बदले नकदी’ में सामने आया. जिसके बाद ईडी ने पिछले महीने इसकी जांच शुरू की थी. यह छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग मामले के तहत की गई. उच्चतम न्यायालय ने बालाजी के खिलाफ कथित नौकरी के बदले नकदी घोटाले में जांच की अनुमति दी थी, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई।