देश के अंदर लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी गर्माहट काफी तेज हैं। जहां सत्ता पक्ष अपने विकास के दावों को गिनाकर लोगों से वोट मांग रही है तो वहीं विपक्ष अब एक नए स्टैंड के साथ चुनावी मैदान में नजर आ रही है। विपक्ष के नेताओं का कहना है कि भाजपा संविधान बदलना चाहती हैं और इसे बाबा साहब के द्वारा लिखी गई संबिधान से ऐतराज हैं। इसके बाद अब इस मामले में राजद सुप्रीमों लालू यादव ने भी भाजपा पर कुछ इसी तरह के आरोप लगा पीएम मोदी से सवाल किया है।
राजद सुप्रीमो लालू यादव ने अपने सोशल मीडिया एक्स से पोस्ट करते हुए पीएम मोदी और भाजपा को लेकर कहा है कि भारतीय जनता पार्टी, मोदी सरकार और बीजेपी के नेताओं को बाबा साहब अंबेडकर द्वारा रचित देश के सबसे पवित्र ग्रंथ संविधान से नफ़रत क्यों है? मोदी सरकार दलितों, पिछड़ों, वंचितों और गरीबों का आरक्षण, नौकरी, लोकतंत्र और संविधान क्यों समाप्त करना चाहती है? जवाब दें?
मालूम हो कि, इससे पहले विपक्षी नेता राहुल गांधी और लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव भी यह कह चुके हैं कि नरेंद्र मोदी संविधान को बदलने और आरक्षण को समाप्त करने के लिए 400 सीट की मांग कर रहे हैं। सरकार बनाने के लिए तो 273 सीट ही काफी है। ये चुनाव संविधान और देश बचाने का चुनाव है। मतलब साफ़ है कि इन बातों के जरिए विपक्ष के नेता अपना एक नया एजेंडा बनाकर चुनाव में प्रचार कर रहे हैं।
उधर, विपक्ष के इस आरोप का कल बिहार से पीएम मोदी ने बखूबी जवाब दिया है। पीएम ने कहा है कि मैं तो क्या अब खुद बाबा साहब भी आ जाएं तभी भी संविधान नहीं बदला जा सकता हैं। तो विपक्ष के नेता झूठा एजेंडा तय कर रहे हैं। जनता उनके इस मंसूबों को सफल नहीं होने देगा। कर्नाटक मॉडल को देश भर में लागू नहीं होने देगा।