राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा के “ठाकुर का कुआँ” कविता पढ़े जाने के बाद बिहार की सियासत गरमाई हुई है। इसी बीच आज अचानक राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव मुख्यमंत्री आवास नीतीश कुमार से मिलने पहुँच गए। जिसके बाद सियासी गलियारे में तरह तरह की चर्चा हो रही है। हालाँकि इस मुलाक़ात की कोई ठोस वजह अभी तक सामने नहीं आ पायी है। बता दें की इसके पहले भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लालू यादव से मिलने राबड़ी आवास गए थे।
हालाँकि उनकी मुलाक़ात राबड़ी देवी और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से हुई। लेकिन लालू यादव से उनकी मुलाकात नहीं हो सकी। बताया गया की लालू यादव अपने बड़े पुत्र और बिहार सरकार के वन पर्यावरण मंत्री तेजप्रताप यादव के साथ राजगीर के दौरे पर हैं। जहाँ उन्होंने जू सफारी सहित जगहों पर भ्रमण किया।
हालाँकि बिहार के राजनीति की बात करें तो इन दिनों राजद सांसद मनोज झा के द्वारा संसद में ‘ठाकुर का कुआं’ कविता पाठ करने के बाद घमासान छिड़ा हुआ है। राजद और जदयू के ठाकुर नेता मनोज झा पर हमलावर हैं। इस प्रकरण में राजद ने मनोज झा का बचाव किया है। जबकि अब जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह का भी इस प्रकरण पर बड़ा बयान आ गया है।
ललन सिंह ने मनोज झा का बचाव करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य जाति को टारगेट करना नहीं था। ठाकुर का मतलब एक मालिक से था और मनोज झा ने यह भी कहा कि आप मुझे ही वो मान लिजिए। ललन सिंह ने कहा कि संसद में बयान देने के एक सप्ताह बाद ये सब शुरू हो गया। उन्होंने भाजपा पर ही निशाना साधा। वहीँ सियासत की बात करें तो इंडिया गठबंधन के सीट शेयरिंग को लेकर रणनीति बन सकती है। कांग्रेस की ओर से लोकसभा चुनाव में 10 सीटों की मांग की गयी है। जिसको लेकर मंथन शुरू हो चुका है।