गयाः बिहार में चार विधानसभा सीटों पर उप चुनाव हो रहे हैं. इसके साथ ही झारखंड में विधानसभा चुनाव हो रहा है. राष्ट्रीय जनता दल दोनों जगहों पर चुनाव लड़ रहा है. लेकिन, इन दोनों ही चुनाव में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव सक्रिय नहीं दिख रहे थे. इसको लेकर जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव पर लालू यादव को राजनीतिक रूप से नजरबंद करने के आरोप लगाये थे. चुनाव प्रचार के अंतिम दिन 11 नवंबर को लालू यादव ने जेडीयू के इस आरोप का अपने अंदाज में जवाब दिया.
बेलागंज में राजद को जिताने की अपील
राजद सुप्रीमो लालू यादव आज गया के बेलागंज में चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे. अरसे बाद लालू प्रसाद यादव को देखकर कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह था. बेलागंज विधानसभा से राजद प्रत्याशी विश्वनाथ प्रसाद सिंह को जीत निश्चित करने को लेकर लालू यादव मंच से अपील की. इस दौरान लालू यादव पुराने तेवर में दिखे. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा. भाजपा को उखार फेंकने का आह्वान किया.
“बेलागंज में मुसलमान भाई-हिंदू भाई एकजुट होकर फिरकापरस्त ताकत को उखाड़ फेंकना है. आपसभी भाई बहनों से अपील है कि आप सभी एक रहिये तो कोई भी माई का लाल तोड़ नहीं सकता है. हमने बहुत प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को देखा है. लालटेन छाप पर बटन दबाकर भाजपा को मूली की तरह उखाड़कर फेंक देना है. नरेंद्र मोदी को सात समंदर पार फेंक देंगे”- लालू यादव, राष्ट्रीय अध्यक्ष, राजद
‘लागल-लागल झुलनिया’ से साधा निशाना
लालू यादव ने अपना फेवरेट ‘लागल लागल झुलनिया में धक्का बलम कलकत्ता चली’ गाना को अपने अंदाज में गुनगुनाया. लालू जब इस लाइन को बोल रहे थे तो भीड़ में जबरदस्त उत्साह देखा गया. भीड़ लालू यादव के गाने पर झूम उठी. बता दें कि लालू अपनी राजनीतिक सभाओं में अक्सर इस गाने को गाते रहते हैं. इस गाने से उनका आशय होता है कि विरोधी को ऐसा धक्का देंगे कि वो बहुत दूर चला जाएगा.
बेलागंज से कौन हैं राजद उम्मीदवार
बेलागंज विधानसभा से पूर्व मंत्री सुरेंद्र प्रसाद यादव के पुत्र विश्वनाथ प्रसाद सिंह चुनाव लड़ रहे हैं. सुरेंद्र प्रसाद यादव 35 सालों से यहां विधायक रहे हैं. लोकसभा चुनाव में जहानाबाद से सांसद चुने गये, जिसके बाद यहां उपचुनाव हो रहा है. विश्वनाथ कुमार सिंह के सामने पिता की विरासत को बचाने की चुनौती है. यहां से जदयू की उम्मीदवार मनोरमा देवी हैं. जन सुराज के मो. अमजद ने लड़ाई को त्रिकोणीय बना दिया है.