पटना: पिछड़ों की आवाज कहे जाने वाले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव 11 जून 2023 को अपना 76वां जन्मदिन मनाएंगे. लालू यादव के जन्मदिन की खुशी में पूरे बिहार में जश्न का माहौल रहेगा. हर जिले में राजद कार्यकर्ता आरजेडी मुखिया के जन्मदिन को खास तरह से सेलिब्रेट करेंगे. लालू प्रसाद यादव का 11 जून को 76वां जन्मदिन सामाजिक न्याय एवं सद्भावना दिवस के रूप में मनाया जाएगा. इस दिन राज्य भर में कार्यक्रम का आयोजन होगा. प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने इसकी जानकारी दी है।
दरअसल किडनी ट्रांसप्लांट कर लालू यादव हाल ही में सिंगापुर से पटना आए हैं. जिसको लेकर परिवार और पार्टी में खासा उत्साह है. ऐसे में पार्टी उनके जन्मदिन को खास बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही. सबसे अच्छी बात ये है कि लालू प्रसाद यादव अपने जन्मदिन पर राजधानी पटना में ही रहेंगे और अपनों के बीच इसे सेलिब्रेट करेंगे. 11 जून को लालू यादव के 76वें जन्मदिन पर राज्य भर में कार्यक्रम का आयोजन होगा. प्रदेश राजद अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने पार्टी के सभी नेताओं को कार्यक्रम को सफल बनाने का निर्देश दिया है।
गुरुवार को पार्टी की ओर से जारी सूचना में प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने बताया कि राजद की ओर से सभी जिला, प्रखंड, पंचायत एवं गांव स्तर पर सदभावना कार्यक्रम का आयोजन होगा. इसमें पार्टी के नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे. इस अवसर पर वे गरीब व कमजोर तबके के लोगों को सामूहिक रूप से भोजन कराएंगे।
सामूहिक भोज में पार्टी के वरिष्ठ नेता, पूर्व एवं वर्तमान सांसद-विधायक-विधान पार्षद, पूर्व प्रत्याशी, प्रदेश व जिला संगठनों के पदाधिकारी, सभी प्रकोष्ठों के अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष एवं सभी प्रखंड के अध्यक्ष सहित सक्रिय कार्यकर्ता शामिल होंगे. वे इस अवसर पर लालू यादव के संदेश को हर घर तक पहुंचाने का कार्य करेंगे, जिससे सामाजिक न्याय और सद्भावना के माहौल को मजबूत किया जा सके।
बता दें कि लालू प्रसाद यादव का जन्म 11 जून 1948 को हुआ था. बिहार के फुलवारिया में जन्मे लालू को देश के उन नेताओं में माना जाता है जिन्हें न सिर्फ प्रशंसक बल्कि विरोधी भी पसंद करते हैं. लालू यादव का मजाकिया अंदाज वोटरों को आकर्षित करने का ब्रह्मास्त्र माना जाता है. लालू प्रसाद यादव का बिहार के एक गांव से निकलकर देश की सियासत का चमकता सितारा बनने की कहानी चमत्कार जैसी है. इस सफर का लंबा-चौड़ा वक्त संघर्ष में गुजरा. लेकिन सफलता भी खूब मिली. लालू यादव कॉलेज के दिनों से ही सियासी बिसात बिछाने में माहिर थे. सियासी चालों की बदौलत लालू यादव CM से लेकर रेल मंत्री तक की कुर्सी तक पहुंचे. लेकिन इस सियासी सफर के दौरान उनके दामन पर दाग भी लगे. जो आज तक नहीं धुल पाए हैं।