लालू यादव के साले सुभाष यादव की जब्त होगी कुर्की, डुगडुगी बजाते पुलिस ने घर पर लगाया जब्ती का इश्तेहार

Subhash Yadav

जमीन के बदले नौकरी मामले में जिस वक्त तेजस्वी यादव से ईडी की टीम पूछताछ कर रही थी तभी उनके मामा सुभाष यादव के घर पर पुलिस डुगडुगी बताते पहुंच गयी। जिसके बाद में ही पुलिस ने सुभाष के घर पर कुर्की-जब्ती का इश्तेहार लगा दिया। इस इश्तेहार में साफ लिखा हुआ है कि यदि सुभाष ने कोर्ट में सरेंडर नहीं किया तो कुर्की जब्ती की कार्रवाई की जाएगी।

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के साले सुभाष यादव की मुश्किलें बढ़ गयी है। मंगलवार को उनके घर पर कुर्की जब्ती का नोटिस चिपकाया गया है। मिली जानकारी के अनुसार तेजस्वी यादव के मामा सुभाष यादव को रंगदारी और अपहरण मामले में फरार घोषित किया गया है।

बिहार में महागठबंधन की सरकार खत्म हो गयी है। राजद से अलग होकर नीतीश ने बीजेपी के साथ हाथ मिला लिया जिसके बाद बिहार में एनडीए की नई सरकार का गठन हो गया। दो दिन पहले ही बिहार में एनडीए की नई सरकार बनी है। जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा बने है। मुख्यमंत्री और 2 डिप्टी सीएम के साथ 6 मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ भी ले ली।

बिहार में एनडीए की नई सरकार के बने अभी दो दिन ही हुए थे कि उधर लालू परिवार की मुश्किलें बढ़ गयी। एनडीए की नई सरकार बनने के बाद लालू को ईडी दफ्तर में पुछताछ के लिए बुलाया गया जहां 10 घंटे तक उनसे पूछताछ की गयी। वही आज दूसरे दिन उनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव को पूछताछ के लिए बुलाया गया तेजस्वी से 8 घंटे पूछताछ हुई।

जब तेजस्वी से पूछताछ ईडी कर रही थी तभी उनके मामा सुभाष यादव के घर पुलिस की टीम पहुंच गयी। डुगडुगी बजाते हुए पहुंची पुलिस ने सुभाष यादव के घर पर कुर्की जब्ती का नोटिस लगा दिया। पटना के कौटिल्य नगर स्थित विधायक कॉलोनी स्थित आवास पर यह नोटिस चिपकाया गया है।

सुभाष यादव पर रंगदारी मांगने और अपहरण का आरोप है। इस मामले में सुभाष को फरार घोषित किया गया है। कोर्ट में पेश होने आदेश सुभाष यादव को दिया गया है लेकिन वे फरार बताये जा रहे हैं। अब उन पर कुर्की जब्ती की कार्रवाई की गयी है। कहा गया है कि यदि 30 दिनों के भीतर उन्होंने सरेंडर नहीं किया तो उनके घर की कुर्की जब्ती की जाएगी।

पूर्व सांसद सुभाष यादव पर 7 कट्ठा जमीन की खरीद में हेराफेरी करने का आरोप है। नेउरा के बेला गांव के किसान भीम वर्मा की जमीन से जुड़ा यह मामला है। भीम वर्मा ने बिहटा थाने में सुभाष यादव, उनकी पत्नी रेणु देवी, बेटे, बेला के पूर्व सरपंच सहित अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। यह आरोप लगाया था कि 7 कट्ठा जमीन लेने के बाद इसे वापस करने की बात कही थी। लेकिन अभी तक ना तो जमीन वापस किया और ना ही पैसे ही दिये।

कोर्ट के निर्देश पर बिहटा सर्किल इंस्पेक्टर कमलेश्वर प्रसाद सिंह अपनी टीम और एयरपोर्ट थाने की पुलिस के साथ पटना के कौटिल्य नगर स्थित विधायक कॉलोनी स्थित सुभाष यादव के आवास पर पहुंचे। जिसके बाद पुलिस की मदद से उनके घर पर कुर्की जब्ती संबंधी आदेश चस्पा गया। इस इश्तेहार में साफ लिखा हुआ है कि यदि सुभाष ने कोर्ट में सरेंडर नहीं किया तो कुर्की जब्ती की कार्रवाई की जाएगी।

Rajkumar Raju: 5 years of news editing experience in VOB.