लैंड फॉर जॉब स्कैम मामले में आज लालू प्रसाद और उनके परिवार के सदस्यों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी होगी. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद उनके बड़े बेटे तेज प्रताप यादव और बेटी हेमा यादव आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश होंगे. दिल्ली के राउज रिवेन्यू कोर्ट लालू प्रसाद के ऊपर चल रहे जमीन के बदले नौकरी मामले में 25 फरवरी को सुनवाई हुई थी, जिसमें 11 मार्च को पेश होने का आदेश दिया था.
सीबीआई की फाइनल चार्जशीट: जमीन के बदले नौकरी मामले में सीबीआई ने फाइनल चार्जशीट कोर्ट में दाखिल किया. सीबीआई के चार्जशीट के बाद दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने लालू प्रसाद सहित सभी आरोपियों को सम्मन भेजा है. लैंड फॉर जॉब मामले में 20 जनवरी 2024 को ED की दिल्ली और पटना की टीम के अधिकारियों ने लालू प्रसाद तेजस्वी प्रसाद यादव से 10 घंटे से अधिक की पूछताछ की थी. इसके बाद इस मामले पर 25 फरवरी को भी सुनवाई हुई जिसमें आज की डेट में अभियुक्तों को उपस्थित होने का निर्देश दिया गया था.
लालू परिवार के सदस्य हैं आरोपी: लैंड फॉर जॉब मामले में लालू परिवार के पांच सदस्य आरोपी हैं. जिसमें खुद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, छोटे बेटे तेजस्वी और दो बेटियां मीसा भारती और हेमा यादव शामिल हैं. कोर्ट ने तेज प्रताप यादव के खिलाफ भी समन जारी किया था. उसके बाद 7 अक्टूबर को पहली बार तेजप्रताप यादव इस मामले में कोर्ट में पेश हुए थे. लेकिन अब इस मामले में तेज प्रताप यादव को भी कोर्ट में पेश होने का निर्देश दिया गया है.
9 अभियुक्तों को मिली थी जमानत: जमीन के बदले नौकरी मामले में सीबीआई ने कुल 78 लोगों के खिलाफ फाइनल चार्जशीट दाखिल की है. 20 जनवरी 2024 को ED की टीम ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव से 10 घंटे तक पूछताछ की थी. जमीन के बदले नौकरी मामले में इसी साल 7 अक्टूबर को हुई सुनवाई में लालू प्रसाद के परिवार समेत सभी 9 आरोपियों को जमानत मिली थी. दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट ने सभी को 1-1 लाख के निजी मुचलके पर बेल दिया था.
क्या है मामला?: पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद के रेल मंत्री के कार्यकाल में 2004 से 2009 के बीच बगैर किसी विज्ञापन के कई लोगों को रेलवे में नौकरियां दी. मामला सामने आने के बाद इसकी जांच सीबीआई ने शुरू की. सीबीआई के आरोपपत्र के मुताबिक नौकरी देने के बदले उनसे या उनके परिवार के सदस्यों से लालू प्रसाद ने उनकी जमीनें अपने परिवार के नाम पर लिखवा ली.
रेलवे ग्रुप डी में नौकरी घोटाला: जांच के दौरान यह बात सामने आई कि रेलवे ग्रुप डी में नौकरी देने के एवज में संबंधित लोगों से राबड़ी देवी, मीसा भारती, हेमा यादव और दिल्ली की एके इंफोसिस्टम प्रा. लि. कंपनी के नाम पर पांच सेल डीड का प्रमाण सामने आया.