जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकी हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में उत्तर प्रदेश के कानपुर निवासी युवा कारोबारी शुभम द्विवेदी की निर्मम हत्या ने न सिर्फ उनके परिवार, बल्कि पूरे शहर को गहरे शोक में डुबो दिया है।
गृहमंत्री अमित शाह ने दिया पीड़ित परिवार को भरोसा
हमले के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह स्वयं अनंतनाग मेडिकल कॉलेज पहुंचे, जहां उन्होंने घायल पीड़ितों से मुलाकात की और शुभम के शोकसंतप्त पिता संजय द्विवेदी को ढांढस बंधाया। गृहमंत्री ने उनके कंधे पर हाथ रखते हुए कहा,
“जिन्होंने अपनों को खोया है, सरकार उनका दर्द कम तो नहीं कर सकती, लेकिन इस घटना का पूरा हिसाब ज़रूर लिया जाएगा। आतंकियों को उनके किए की सज़ा मिलेगी।”
शुभम के सिर में मारी गई थी गोली
घटना मंगलवार को हुई, जब पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला करते हुए उन्हें कलमा पढ़ने को मजबूर किया। हिंदू पहचान होने पर शुभम को सिर में गोली मार दी गई। उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
पीड़ितों से की एक-एक कर मुलाकात
गृहमंत्री शाह ने श्रीनगर में सभी पीड़ित परिवारों से व्यक्तिगत रूप से बातचीत की और उन्हें भरोसा दिलाया कि आतंकियों और उनके मददगारों को बख्शा नहीं जाएगा। शुभम के पिता संजय द्विवेदी ने बताया कि गृहमंत्री ने सभी पीड़ितों को यह आश्वासन दिया है कि सरकार उनके साथ खड़ी है।
शुभम का शव पहुंचा कानपुर, गांव में छाया मातम
परिवार की अपील पर सरकार ने तत्परता दिखाते हुए शुभम के पार्थिव शरीर को श्रीनगर से दिल्ली एयरलिफ्ट कराया। दिल्ली से शव लखनऊ और फिर ग्रीन कॉरिडोर के ज़रिए देर रात 01:56 बजे हाथीपुर गांव (कानपुर) पहुंचाया गया। शव के साथ पिता संजय द्विवेदी और बहनोई शुभम दुबे भी थे। शुभम का पार्थिव शरीर पहुंचते ही पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
आतंकवाद के खिलाफ उबलता जन आक्रोश
इस निर्मम हमले ने एक बार फिर आतंकवाद के क्रूर चेहरे को बेनकाब किया है। देशभर में लोगों की यही मांग है कि आतंकियों को सख्त से सख्त सज़ा दी जाए और ऐसे हमलों को जड़ से खत्म किया जाए।
वीर शुभम को भावभीनी श्रद्धांजलि।