लाखों का पैकेज छोड़ की प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी,सुल्तानगंज के मयंक बने सहायक प्रशाखा पदाधिकारी
- सुल्तानगंज के मयंक बने सहायक प्रशाखा पदाधिकारी
- लाखों का पैकेज छोड़ किया प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी
- घर से पढ़ाई कर पाई सफलता
- कई सरकारी पदों पर हो चुका है चयन
- संघर्षों के साए में इतिहास हमारा पलता है… जिस ओर जवानी चलती है उस ओर जमाना चलता है…
एन आई टी सूरत से बीटेक और फिर मल्टीनेशनल कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर …ये लगभग युवाओं का सपना होता है लेकिन सुल्तानगंज के पिल्दौरी निवासी मयंक कुमार ने लाखों की पैकेज की नौकरी छोड़ दी क्योंकि मन में जुनून प्रशासनिक अधिकारी बनकर अपने गृह राज्य में सेवा देने की थी। मयंक का चयन सामान्य प्रशासन विभाग में सहायक प्रशाखा पदाधिकारी के पद पर हुआ है। शनिवार को बिहार एसएससी ने परीक्षाफल् जारी किया।
कई पदों पर हो चुका है चयन
सुल्तानगंज निवासी मयंक कुमार ने अद्वैत मिशन हाई स्कूल से दसवीं की पढ़ाई की और उसके बाद विज्ञान विषय के साथ 12वीं की फिर कोटा से आईआईटी की
तैयारी कर एन आई टी सूरत में दाखिला लेकर बीटेक किया। बीटेक के बाद मयंक का चयन सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर एक मल्टीनेशनल कंपनी में हुआ लेकिन मयंक ने कुछ ही समय में यह नौकरी छोड़ दी और प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करने लगे। पूर्व में मयंक का चयन सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया में बैंक पीओ के तौर पर, गृह मंत्रालय में टेक्निकल ऑफीसर के पद पर, सीएजी में ऑडिटर के तौर पर और फिर जीएसटी इंस्पेक्टर के तौर पर भी हुआ। लेकिन सामान्य प्रशासन विभाग में कार्य करने की चाहत में मयंक ने सारी नौकरियां छोड़ दी।
घर से की तैयारी ,ऑनलाइन लेक्चरर्स देखें
मयंक ने बताया कि उन्होंने परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोई भी इंस्टिट्यूट का सहारा नहीं लिया बल्कि अपने घर पर नियमित अभ्यास किया और ऑनलाइन लेक्चरर्स देखा। इन्होंने आगे बताया कि घर से 5 से 6 घंटे के नियमित अभ्यास से ही सफलता पाई जा सकती है इसके लिए अनुशासित होना जरूरी है। मयंक ने बताया कि उनकी सफलता में उनके माता-पिता का काफी बड़ा योगदान रहा। बिना उनके साथ और विश्वास के यह सफलता हासिल नहीं की जा सकती।
बिहार शिक्षा विभाग में पदाधिकारी है पिता
मयंक की सफलता पर उनके पिता मणिकांत गुप्ता माता विद्या देवी काफी प्रसन्न है। उन्होंने मयंक की सफलता पर शुभकामनाएं दी हैं। पिता मणिकांत गुप्ता बांका में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी हैं। पूर्व में सुल्तानगंज प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के तौर पर भी उन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया था। मयंक की सफलता पर उनके माता-पिता के साथ-साथ परिवार जन और मित्रों ने भी शुभकामनाएं व्यक्त की है।
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