राजधानी पटना में ट्रैफिक रूल तोड़कर मौज कर रहे 10 हजार वाहन चालक ट्रैफिक पुलिस की रडार पर आ गए हैं। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले 10 हजार वाहन चालकों की पहचान की गई है और जल्द ही उनका लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा। 10 हजार लोगों में पटना के पांच हजार और बिहार के दूसरे जिलों के पांच हजार वाह बिहार के ट्रैफिक एडीजी सुधांशु कुमार और पटना ट्रैफिक एसपी अपराजित लोहान ने इसकी जानकारी दी है।
बिहार के ट्रैफिक एडीजी ट्रैफिक सुधांशु कुमार और पटना ट्रैफिक एसपी अपराजित लोहान ने बताया कि आईआरटी फरीदाबाद से सर्वे कराया जा रहा है। सर्वे की रिपोर्ट चार जनवरी को ही आ चुकी है, जो राज्य सरकार को सौंप दी गई है। सड़कों पर दुर्घटना को रोकने के लिए नियमों में सर्वे रिपोर्ट के आधार पर बदलाव किया जाएगा। प्रथम चरण में नेहरू पथ को चुना गया है। सड़कों पर दुर्घटना को रोकने के लिए यह सर्वे कराया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि अब सब इंस्पेक्टर से नीचे स्तर के पदाधिकारी फाइन नहीं कर सकते हैं। जिन लोगों को फाइन भेजा जाएगा, ट्रैफिक विभाग के द्वारा दिए गए हैंड होल्ड मशीन से होना चाहिए। लोगों को अगर फंड में उनका लोकेशन सही नहीं बताता है तो उसकी शिकायत एसपी से करें। परिवहन विभाग को ट्रैफिक विभाग ने अनुरोध पत्र भेजा है। 10 गाड़ी चालकों के बार-बार ट्रैफिक नियम तोड़ने के बाद उनके लाइसेंस को सस्पेंड रद्द करने को लेकर यह प्रस्ताव भेजा गया है। वहीं ट्रैफिक एडीजी सुधांशु कुमार ने बताया कि ट्रैफिक नियम का उल्लंघन करने वाले पांच हजार लोग पटना के हैं। अन्य पांच हजार लोग बिहार के अन्य जिलों के हैं।
ट्रैफिक एसपी अपराजिता लोहान ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस पटना का नया लोगो जारी किया गया है। ट्रैफिक के चेक पोस्ट का नया रंग नीला और सफेद कर दिया गया है। पटना में 54 ट्रैफिक चेक पोस्ट महिला पुलिस अकादमी संभालेंगे। 26 जनवरी से यह जिम्मेवारी महिला पुलिस के ऊपर दी जाएगी। पटना शहरी क्षेत्र में महिला पुलिस की जिम्मेवारी ट्रैफिक की व्यवस्था दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि पटना जंक्शन पर जाम की समस्या को दूर करने के लिए विभाग सर्वे कर रहा है, कई विभाग को संयुक्त प्रयास से यह संभव हो पाएगा। पटना जंक्शन गोलंबर की चौड़ाई को छोटा किया जाएगा। पटना की सड़कों पर बेहतर की गाड़ियों को रोकने वाले पब्लिक ट्रांसपोर्ट और कार्रवाई होगी। इसकी समस्या को दूर करने के लिए परिवहन विभाग के साथ बस चालकों के साथ मीटिंग की गई है। गलती करने पर उन्हें कड़ी फाइन की सजा होगी इस पर उन्हें निर्देशित किया गया है। लोगों से भी अपील बस स्टैंड से ही बस को पकड़े।
एडीजी ट्रैफिक सुधांशु कुमार ने बैरिया अंतरराज्यीय बस स्टैंड में बस चालकों की मनमानी पर कहा कि शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर सही नहीं है कि अनुकूल नियम के तहत व्यवस्थाएं की जाएं। उन्होंने ट्रैफिक पुलिस की जिम्मेदारी को लोगों के कंधों पर थोपते हुए कहा कि व्यवस्था को अनुकूल बनाने के लिए विभाग के माध्यम से पत्राचार किया जा रहा है। लोगों के सिर पर जिम्मेदारी तय करते हुए कहा यात्री वैसे गलत करने वाले लोगों का साथ ना दें और नियम से चलने वाले बसों पर ही बैठे।