बिहार के जहानाबाद में तैनात एक पुलिस इंस्पेक्टर की करतूत को जानिये. उसने उसी जिले में तैनात एक सीनियर महिला डिप्टी कलेक्टर को आई लव यू का मैसेज भेजा. उसने कई आपत्तिजनक मैसेज भी किये. परेशान महिला डिप्टी कलेक्टर ने एफआईआर करायी है. इसके बाद जांच भी शुरू हो गयी है.
मामले के बारे में मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस इंस्पेक्टर दिनेश्वर कुमार ने उसी जिले में ही पदस्थापित महिला सीनियर डिप्टी कलेक्टर को आपत्तिजनक मैसेज भेजा है. यही नहीं इंस्पेक्टर ने महिला अधिकारी से प्यार का इजहार भी कर दिया. परेशान होकर महिला अधिकारी ने इंस्पेक्टर की करतूत की जानकारी अपने वरीय पदाधिकारियों को दी. इसके बाद इंस्पेक्टर दिनेश्वर कुमार के खिलाफ साइबर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है.
रिटायरमेंट के वक्त आशिकी जागी
खास बात ये है कि आरोपी इंस्पेक्टर दिनेश्वर के रिटायरमेंट के कुछ ही दिन बाकी है. लेकिन उसके पहले उसने इस घटना को अंजाम दे दिया. अब उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हो गयी है. इससे पहले शिकायत मिलने के बाद जहानाबाद के एसपी अरविंद प्रताप सिंह ने मामले की विभागीय जांच के लिए कार्रवाई की थी. एसपी ने जांच के लिए कमेटी का भी गठन किया था. इसमें डीएम की ओर से एक महिला सीनियर डिप्टी कलेक्टर कंचन कुमार झा को नामित किया गया था.
जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट में इंस्पेक्टर के खिलाफ लगाये गये आरोपको सही पाया था. जांच कमेटी ने इस संबंध में पूछताछ के लिए पुलिस इंस्पेक्टर को बुलाया था लेकिन वह जांच टीम के समक्ष उपस्थित नहीं हुआ. तब सीनियर डिप्टी कलेक्टर ने साइबर थाने में आवेदन देकर पुलिस निरीक्षक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का अनुरोध किया था. जांच टीम की रिपोर्ट और महिला अधिकारी के आवेदन के आलोक में पुलिस निरीक्षक दिनेश्वर कुमार के विरुद्ध साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है.
वैसे, जहानाबाद जिले में पहले भी ऐसा वाकया सामने आया था. इससे पहले हुलासगंज प्रखंड के कार्यक्रम पदाधिकारी ने भी विकास पदाधिकारी को इसी तरह आपत्तिजनक मैसेज भेजे थे, कई बार कॉल भी किया गया था. इसके बाद कार्यक्रम पदाधिकारी के खिलाफ भी हुलासगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी औऱ उनका तबादला भी कर दिया गया था. इंस्पेक्टर के खिलाफ दर्ज मामले को लेकर साइबर थाना के प्रभारी थाना अध्यक्ष डीएसपी नवनीत कुमार ने मीडिया को बताया कि पुलिस इंस्पेक्टर के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है, अनुसंधान जारी है. विभागीय कार्यवाही के संबंध में निर्णय पुलिस अधीक्षक स्तर से लिया जाएगा.