बिहार के चावल से लगेगा भगवान राम को भोग, विदेशों तक होता है सप्लाई, जानें खासियत

GridArt 20240110 190123555

22 जनवरी को होने वाली राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देश भर में उत्साह है. इसका उत्साह बिहार में भी दिख रहा है क्योंकि कैमूर के स्पेशल चावल से रामलला को भोग लगाया जाएगा. गोविंदा भोग नाम का स्पशेल चावल कैमूर जिले के भभुआ प्रखंड के मोकरी गांव में होता है. हालांकि अन्य जगहों पर भी यह चावल होता है लेकिन यहां की खासियत अलग है.

जानिए चावल की खासियत

ग्रामीण बताते हैं मोकरी में 6 से 7 की संख्या में ऐसे कुएं हैं जिसमें बारिश का पानी पहुंचता है. बारिश के दिनों में पहाड़ी क्षेत्र में हुआ पानी अंदर ही अंदर रिसकर प्रवेश करता है और फिर कुएं का पानी अपने आप बाहर निकल कर खेतों तक पहुंच जाता है. इससे पूरा खेत बारिश के मौसम में लबालब भर जाता है. धान की बालियां खेतों में महीनों डूबी रहती हैं, लेकिन इनका रंग ना तो काला होता है और ना ही गुणवत्ता पर कोई असर पड़ता है. यह भी खासियत है कि बारिश के समय में कैमूर पहाड़ी की जड़ी बूटी के रिसाव का पानी भी खेतों तक पहुंचता है. बताया जाता है कि इस चावल की कीमत अभी 5 से 6 हजार रुपये प्रति क्विंटल है.

22 जनवरी से पहले पहुंचेगा चावल

मोकरी के किसान बैरिस्टर सिंह, बबन सिंह, अभिमन्यु सिंह और अवनीश पटेल ने बताया कि यहां का गोविंद भोग चावल सुगंधित है जो पिछले कई सालों से रामलाल को भोग के लिए जाता है. यहां से चावल देश विदेश भी जाता है. 22 जनवरी को मंदिर का उद्घाटन होगा तो वहां इसी चावल से रामलाल का भोग लगेगा. 22 जनवरी से पहले चावल पहुंच जाएगा.

Kumar Aditya: Anything which intefares with my social life is no. More than ten years experience in web news blogging.
Recent Posts