लंदन में प्यार लेकिन मजहब बना दीवार, राजी नहीं था फारूक का परिवार; पढ़े सचिन पायलट और सारा अब्दुल्ला की प्रेम कहानी

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राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस नेता सचिन पायलट और उनकी पत्नी सारा पायलट का तलाक हो चुका है। सचिन ने टोंक विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में नामांकन भरने के दौरान जो एफिडेविट दिया है, उसमें पत्नी के नाम के आगे तलाकशुदा लिखा है। जिस शादी के लिए सचिन और सारा को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ा, वह शादी अब टूट चुकी है। ऐसे में हम आपको सचिन और सारा की लव स्टोरी के बारे में बताने जा रहे हैं।

कहां हुई मुलाकात?

यूपी के सहारनपुर में जन्मे सचिन पायलट जब MBA की पढ़ाई करने के लिए लंदन स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ पेन्निसल्वानिया के वार्टन स्कूल ऑफ बिजनेस गए तो वहां उनकी मुलाकात जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला की बेटी सारा अब्दुल्ला से हुई। दोनों के बीच पढ़ाई के दौरान ही दोस्ती हुई और कुछ समय बाद ये दोस्ती प्यार में बदल गई।

सचिन और सारा के पिता एक-दूसरे से परिचित थे इसलिए दोनों की दोस्ती से पैरेंट्स को कोई परेशानी नहीं थी। सचिन पढ़ाई के बाद भारत लौट आए लेकिन सारा विदेश में ही रहीं। लेकिन दोनों एक दूसरे से ईमेल और फोन के जरिए टच में बने रहे।

शादी करने में आईं तमाम मुसीबतें, अब हुए अलग

सचिन और सारा ने जब शादी करने का फैसला लिया तो दोनों को तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ा। दरअसल सचिन गुर्जर परिवार से ताल्लुक रखते हैं, वहीं सारा एक रुढ़िवादी मुस्लिम फैमिली से थीं। सचिन और सारा का परिवार इस रिश्ते के लिए राजी नहीं था।

सचिन और सारा की लव स्टोरी जब पब्लिक प्लेटफॉर्म पर सामने आई तो सारा के पिता फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ जम्मू कश्मीर में प्रदर्शन होने लगे और खुद फारुक की पार्टी के कई लोग उनके खिलाफ हो गए।

तमाम मतभेदों, परेशानियों और परिवार की रजामंदी मिलते ना देख सचिन और सारा ने जनवरी 2004 में शादी करने का फैसला लिया। ये शादी बिल्कुल सादे तरीके से की गई, जिसमें बहुत कम लोग शामिल हुए। हालांकि सारा का परिवार इस शादी से राजी नहीं हुआ था इसलिए उन लोगों ने इस शादी का बहिष्कार कर दिया।

कैसे दूर हुई सारा के परिवार की नाराजगी?

सचिन से शादी के वक्त सारा का परिवार बहुत नाराज था और इस शादी का अब्दुल्ला परिवार ने बहिष्कार भी कर दिया था। लेकिन वक्त के साथ जैसे-जैसे सचिन पायलट राजनीतिक बुलंदियों पर पहुंचते गए तो अब्दुल्ला परिवार की नाराजगी भी दूर हो गई। दरअसल शादी के कुछ ही महीनों के बाद सचिन पायलट ने राजनीति ज्वाइन की और फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।

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