पटना शहर की पूजा समितियां दुर्गोत्सव की तैयारी में लग गई है। हर जगह अलग-अलग विषय पर पंडाल का निर्माण हो रहा है। खाजपुरा के शिव मंदिर स्थित श्रीश्री दुर्गा पूजा महोत्सव समिति की ओर से एंटिक थीम पर आधारित पंडाल भक्तों को आकर्षित करेगा।
महाभारत क हस्तिनापुर महल जसा पूजा पंडाल दखगा। पूजा पंडाल के थर्मोकोल से बने कलाकृतियों में मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों के अलावा महाभारत व भगवान राम से जुड़ें प्रसंग को बयां किया जाएगा।
इतना भव्य होगा पंडाल
पंडाल की लंबाई लगभग 65 फीट और चौड़ाई 60 फीट होगी। वहीं, मां दुर्गा की प्रतिमा की लंबाई 14 फीट होगी। पंडाल की लाइटिंग के लिए कोलकाता चंदन नगर के कारीगर कार्य करेंगे। लाइटिंग का कार्य पीलर नंबर 15 से 40 नंबर तक होगा।
पूजा समिति के कार्यकारिणी सदस्य पुनील कुमार ने बताया कि यहां पर 1932 से कलश स्थापित कर दुर्गा पूजा के दौरान नौ दिनों तक मां दुर्गा का पूजन होता रहा है।
बीते साल दतिया पैलेस की तर्ज पर बना था पंडाल
बीते वर्ष मध्यप्रदेश के दतिया पैलेस की तर्ज पर पंडाल की आकृति बनाई गई थी। बीते वर्ष की तरह इस वर्ष भी पंडाल निर्माण में थर्मोकोल से खास कलाकृतियां बनाई जाएगी। इसे बनाने को लेकर दूसरे राज्य के कारीगर कार्य करेंगे। । पूजा पंडाल को भव्य बनाने में इस बार लगभग 22 लाख रुपये खर्च होंगे।
सप्तमी से नवमी तक प्रसाद का वितरण
पूजन के दौरान सप्तमी तिथि से लेकर नवमी तिथि तक भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण होगा। सप्तमी को हलवा, अष्टमी को खिचड़ी व नवमी को खीर का भोग मां को लगेगा। श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक होने के कारण जगह-जगह पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
पूजा समिति से जुड़े सदस्य पूजा पंडाल में तैनात रहेंगे। अग्निशमन और आग से सुरक्षा की पूरी व्यवस्था होगी। सप्तमी तिथि को मां दुर्गा भक्तों को दर्शन देंगी।