बिहार राज्य खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड, उद्योग विभाग, बिहार सरकार द्वारा आज खादी मॉल, पटना में मधुबनी साड़ी प्रदर्शन सह बिक्री केंद्र का भव्य उद्घाटन किया गया। इसका उद्घाटन बोर्ड के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी निखिल धनराज निप्पणीकर ने किया। यह आयोजन 15 से 23 फरवरी 2025 तक चलेगा, जिसमें राज्य भर के कारीगरों द्वारा निर्मित उत्कृष्ट मधुबनी साड़ियों का प्रदर्शन और बिक्री होगी।
मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि हाल ही में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बिहार की विश्वप्रसिद्ध मधुबनी साड़ी पहनकर बजट पेश किया था, जिसके बाद साड़ियों की माँग में इज़ाफा देखा गया है। इसी बढ़ती माँग को ध्यान में रखते हुए बोर्ड ने यह प्रदर्शनी आयोजित करने का निर्णय लिया। यहाँ 500 रुपये से 50,000 रुपये तक की साड़ियों का संग्रह उपलब्ध है। इसके अलावा, बिहार एम्पोरियम पटना और दिल्ली, खादी मॉल मुजफ़्फरपुर एवं अन्य आउटलेट्स पर भी मधुबनी साड़ियों की प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य कारीगरों को सीधा मंच प्रदान करना और बिहार की पारंपरिक मधुबनी कला को व्यापक पहचान दिलाना है।
इस प्रदर्शनी की विशेषता यह है कि यहाँ कलाकारों द्वारा लाइव डेमो दिया जा रहा है, जिससे आगंतुक मधुबनी कला की बारीकियों को नजदीक से समझ सकते हैं। साथ ही, ग्राहक अपनी पसंद की साड़ी पर कस्टमाइज्ड पेंटिंग भी करवा सकते हैं, जिससे यह कला अधिक व्यक्तिगत और विशेष बन सके। मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा, “यह पहल न केवल हमारे पारंपरिक शिल्प को संरक्षित करने में मदद करेगी, बल्कि कारीगरों को उनके कौशल का उचित मूल्य दिलाने में भी सहायक होगी।
इस प्रदर्शनी में बिहार के विभिन्न जिलों से आए कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं, जहाँ ग्राहक सीधे कारीगरों से मधुबनी साड़ियाँ खरीद सकते हैं। इससे कारीगरों को अधिक लाभ मिलेगा और उनकी आजीविका को बढ़ावा मिलेगा। बिहार राज्य खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड ने प्रदेशवासियों से इस आयोजन में भाग लेने और मधुबनी साड़ियों को अपनाने का आह्वान किया है, ताकि बिहार की यह विश्वप्रसिद्ध कला और अधिक समृद्ध हो सके।
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