माफिया मुख्तार अंसारी की मौत जहर से नहीं हुई थी। उसकी उल्टी, उसके द्वारा उस दिन खाए गए गुड़, चने और नमक में जहर नहीं पाया गया। मौत मायोकॉर्डियल इन्फॉर्क्शन (हार्ट अटैक) की वजह से हुई थी। मजिस्ट्रेटी जांच में इसकी तस्दीक हुई है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि डीएम ने यह रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है।
बांदा मंडल कारागार की तन्हाई बैरक में 28 मार्च की शाम गश खाकर गिरा मुख्तार अंसारी दोबारा नहीं उठ सका था। रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में देर शाम मौत की पुष्टि के बाद दूसरे दिन एसपीजीआई लखनऊ से आए डॉ. सत्येंद्र कुमार तिवारी सहित पांच डॉक्टरों के पैनल ने वीडियोग्राफी में पोस्टमार्टम किया था।
इसमें मायोकार्डियल इन्फार्क्शन से मौत की पुष्टि की गई थी। पोस्टमार्टम से पहले पंचनामा में मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने लिखा था कि पिता की मौत स्वाभाविक नहीं है। उसके नाक-कान से खून निकल रहा है। उसके संदेह जताने पर अलग-अलग न्यायिक और मजिस्ट्रेटी जांच कमेटी गठित की गई थीं।