उत्तर प्रदेश की अग्रणी सामाजिक साहित्यिक और शैक्षणिक संस्थान मैथिल समाज ने भारतीय अस्मिता के प्रतीक संसद भवन हमले षड्यंत्रकारी ललित जाग को मैथिल समाज से बहिष्कृत कर दिया और उसका झा टाइटल भी छीन लिया है। मैथिल समाज के विद्वानों की एक ऑनलाइन आपातकालीन बैठक आयोजित की गई।
बैठक में विद्वानों ने एकमत से कहा कि मिथिला ज्ञान विज्ञान दर्शन और शिक्षा के प्रचार प्रसार की भूमि रही है। मिथिला के ऋषियों महर्षियों ने अपने ज्ञान के आलोक से संपूर्ण भारत ही नहीं विश्व को अलौकिक किया है। मिथिला दर्शनशास्त्र के महान विद्वान मण्डन मिश्र, कवि कोकिल विद्यापति, महर्षि विश्वामित्र, ऋषि कणाद, जैमिनी, याज्ञवल्क्य और गौतम जैसे विद्वानों की भूमि रही है।
मिथिला में हिंसा और अजकता और देशद्रोह के लिए कोई जगह नहीं है। संसद पर हमले के आरोपी ललित झा के कृत्य से समस्त मिथिला वासियों को शर्मसार होना पड़ा है इसलिए ललित झा जैसे लोगों को समाज से बहिष्कृत करना ही उचित होगा।
ऑनलाइन बैठक में गुआना अमेरिका से अजय झा, वाराणसी से निरसन कुमार झा, गौतम कुमार झा, डॉक्टर कमलेश झा आदि लोग शामिल थे।