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उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में बड़ा हादसा, अलकनंदा नदी में गिरा टेम्पो-ट्रैवलर, 14 लोगों की मौत

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उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर रैतोली गांव के समीप शनिवार को एक टेम्पो-ट्रैवलर के अलकनंदा नदी में गिर जाने से उसमें सवार 14 पर्यटकों की मौत हो गयी तथा 12 अन्य घायल हो गए। रूद्रप्रयाग जिला प्रशासन द्वारा यहां उपलब्ध कराई गयी जानकारी के अनुसार, हादसे के दौरान वाहन अचानक अनियंत्रित होकर सड़क से 200 मीटर नीचे अलकनंदा नदी के किनारे तक जा गिरा। दुर्घटना में 10 लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी जबकि चार अन्य ने बाद में दम तोड़ा।

जानकारी के अनुसार, दो लोगों की मौत रुद्रप्रयाग जिला अस्पताल में हुई जबकि दो अन्य को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स)-ऋषिकेश में चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। मृतकों में से तीन की पहचान नहीं हो पायी है। मृतकों में वाहन चालक करन सिंह भी शामिल है। दुर्घटना का शिकार हुए लोग उत्तर प्रदेश के नोएडा, मथुरा, झांसी, उत्तराखंड के हल्द्वानी, मध्य प्रदेश,  दिल्ली, हरियाणा के रहने वाले थे और चोपता घूमने जा रहे थे।

रूद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि पूर्वाह्न करीब साढ़े 11 बजे हुए हादसे की सूचना मिलने पर पुलिस और राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) की टीमों ने मौके पर पहुंच कर राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। घटना की खबर मिलते ही जिलाधिकारी सौरभ गहरवार, पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाणे सहित सभी वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और बचाव एवं राहत कार्यों की निगरानी की।

दुर्घटनास्थल पर गहरी खाई होने के कारण अत्यधिक विषम परिस्थितियों में कड़ी मशक्कत करते हुए बचाव और राहत दल के कर्मी नीचे पहुंचे तथा शवों एवं घायलों को बाहर निकाला। दुर्घटना के दौरान एक महिला गाड़ी से छिटककर लगभग 80 मीटर नीचे झाड़ियों में अटक गयी थी। एसडीआरएफ के जवानों ने उसे सुरक्षित बाहर निकालकर अस्पताल भिजवाया।

मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर अपने शोक संदेश में दुर्घटना को ‘पीड़ादायक’ बताते हुए दिवंगत लोगों की आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिवारों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की । बाद में, धामी दुर्घटना के घायलों का हाल-चाल जानने एम्स ऋषिकेश पहुंचे और चिकित्सकों से उनके इलाज के बारे में जानकारी लेते हुए उन्हें घायलों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने घायलों के परिजनों से भी संपर्क कर राज्य सरकार की ओर से उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में वाहन दुर्घटनाओं पर प्रभावी रूप से नियंत्रण पाने के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने अधिकारियों को यात्रा पर रवाना होने से पहले वाहनों की हर प्रकार से जांच करने को कहा ताकि दुर्घटनाओं पर लगाम लगायी जा सके। मुख्यमंत्री ने लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को कठोर कार्रवाई की चेतावनी भी दी ।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रुद्रप्रयाग में हुई वाहन दुर्घटना में मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख रुपए, गंभीर रूप से घायलों को 40-40 हजार रुपए तथा सामान्य घायलों को 10-10 हजार की आर्थिक सहायता देने के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘ उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में हुआ सड़क हादसा हृदयविदारक है। इसमें अपने प्रियजनों को खोने वाले शोकाकुल परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा है।’’

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से ‘एक्स’ पर किए गए एक पोस्ट के मुताबिक, ‘‘ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हादसे में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के निकटतम परिजन को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से दो लाख रुपए की अनुग्रह राशि जबकि हादसे में घायल हुए लोगों को 50,000 रुपए देने की घोषणा की है।’’

हादसे पर दुख जताते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ‘‘एक्स’’ पर पोस्ट कर हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की।

उन्होंने पोस्ट किया, ‘‘उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में हुई सड़क दुर्घटना का दु:खद समाचार प्राप्त हुआ। मेरी संवेदनाएँ इस हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों के साथ हैं। स्थानीय प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमें राहत व बचाव कार्य में जुटी हैं और घायलों को हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। ईश्वर से घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’


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