नवंबर का महीना हमेशा ही खास होता है। हर वर्ष इस माह में पड़ने वाले तीज-त्यौहार मन में उत्साह भर देते हैं। इस वर्ष नवंबर में लगभग सभी बड़े हिंदू पर्व आ रहे हैं। करवाचौथ से लेकर दिवाली तक सभी त्यौहारों का लोगों को बेसब्री से इंतजार है और इस बार 27 नवंबर तक पूरा कैलेंडर अलग-अलग त्यौहारों के नाम से भरा हुआ है। अंग्रेजी कैलेंडर का 11वां माह नवंबर हैं। कार्तिक मास की चतुर्थी तिथि के साथ नए माह की शुरुआत हो रही है। हिंदू धर्म के लिए ये महीना काफी खास माना जाता है, क्योंकि इस माह कई बड़े तीज त्योहार पड़ रही है। इस महीने की शुरुआत करवा चौथ के साथ हो रही हैं और समाप्ति संकष्टी चतुर्थी के साथ हो रही है। इस माह दिवाली, धनतेरस, नरक चतुर्दशी, भैया दूज, अहोई अष्टमी, कार्तिक पूर्णिमा,देवुत्थान एकादशी, अक्षय नवमी, तुलसी विवाह से लेकर मार्गशीर्ष मास का आरंभ हो रहा है। इसके साथ ही चातुर्मास भी इसी मास से समाप्त हो रहा है। जिसके समापन के साथ मांगलिक और शुभ कार्य एक बार फिर से शुरू हो जाएंगे। जानें नवंबर महीने के व्रत-त्योहार की सही तिथि।
नवंबर में मनायें जाने वाले त्यौहार
. 1 नवंबर – वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी है। यह दिन भगवान गणेश को समर्पित है।
. 5 नवंबर – अहोई अष्टमी है। इस दिन राधा कुंड में स्नान भी होता है। यह त्योहार अष्टमी तिथि को मनाया जाता है।
. 5 नवंबर – कालाष्टमी और मासिक कृष्ण जन्माष्टमी भी है। यह त्योहार हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है।
रमा एकादशी 9 नवंबर को है। एकादशी की तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है।
. 10 नवंबर – धनतेरस है। यह दिन अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन खरीदारी की जाती है। यह त्योहार हर महीने कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है।
मासिक शिवरात्रि 11 नवंबर को है। इसी तिथि पर भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था।
. 12 नवंबर – दिवाली है। यह त्योहार कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। इस दिन धन की देवी माता लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है। इस दिन नरक चतुर्दशी मनाई भी जाएगी। इसके अलावा काली पूजा, शारदा पूजा भी दिवाली की तिथि पर ही है।
. 13 नवंबर – गोवर्धन पूजा और 14 नवंबर को भाई दूज है।
.16 नवंबर – विनायक चतुर्थी है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है।
.17 नवंबर – वृश्चिक संक्रांति है। इस दिन सूर्य देव तुला राशि से निकलकर वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे। लोक आस्था का महापर्व छठ 19 नवंबर को मनाया जाएगा। इसकी शुरुआत नहाय खाय के दिन से होती है। इस साल नहाय खाय 17 नवंबर और खरना 18 नवंबर को है। 19 नवंबर को शाम का अर्घ्य दिया जाएगा। अगले दिन 20 नवंबर को सुबह अर्घ्य दिया जाएगा। 19 नवंबर को ही भानु सप्तमी है।
. 20 नवंबर – गोपाष्टमी है। वहीं, 23 नवंबर को देवउठनी एकादशी और 24 नवंबर को तुलसी विवाह है। इसके अलावा 24 नवंबर को प्रदोष व्रत और 25 नवंबर को बैकुंठ चतुर्दशी है। देव दिवाली 26 नवंबर को है। अगले दिन कार्तिक पूर्णिमा है।