बिहार के टॉप ब्यूरोक्रेसी में बड़ा फेरबदल: चैतन्य प्रसाद पद से हटाये गये

IMG 5912 jpeg

बिहार सरकार ने अचानक से अपने टॉप ब्यूरोक्रेसी में बड़ा फेरबदल कर दिया है. विकास आयुक्त का जिम्मा संभाल रहे चैतन्य प्रसाद को शंट कर दिया गया है. वहीं, प्रत्यय अमृत को बिहार का नया विकास आय़ुक्त बना दिया गया है. बता दें कि बिहार के ब्यूरोक्रेसी में विकास आयुक्त को मुख्य सचिव के बाद नंबर 2 का पोस्ट माना जाता है. राज्य सरकार ने कई और अहम विभागों के अपर मुख्य सचिव/ प्रधान सचिव को बदल दिया है.

ब्यूरोक्रेसी में बड़ा फेरबदल

बिहार सरकार की ओर से जारी नोटिफिकेशन में 7 बड़े अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है. बिहार के विकास आय़ुक्त चैतन्य प्रसाद को इस पद से हटाकर सामान्य प्रशासन विभाग के मुख्य जांच आयुक्त के पद पर ट्रांसफर कर दिया गया है. ये पद वैसे अधिकारियों को दिया जाता रहा है जिन्हें सरकार कोई महत्वपूर्ण जिम्मेवारी नहीं देना चाहती.

दूसरी ओर स्वास्थ्य, पथ निर्माण और आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव का एक साथ जिम्मा संभाल रहे प्रत्यय अमृत को प्रमोशन दे दिया गया है. उन्हें विकास आय़ुक्त का पद सौंपा गया है. इसके साथ ही प्रत्यय अमृत स्वास्थ्य विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव का भी काम देखते रहेंगे. उनसे सिर्फ पथ निर्माण विभाग का कार्यभार हटाया गया है.

कई विभागों के प्रधान सचिव बदले गये

बिहार सरकार ने मिहिर कुमार सिंह को पथ निर्माण विभाग का नया अपर मुख्य सचिव बनाया गया है. मिहिर कुमार सिंह अब तक पंचायती राज विभाग के साथ साथ खान एवं भूतत्व विभाग के अपर मुख्य सचिव का काम देख रहे थे. उनके जिम्मे सामान्य प्रशासन विभाग के मुख्य जांच आयुक्त का भी काम था. वे इन सब पदों से मुक्त होकर सिर्फ पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव का काम देखेंगे.

राज्य सरकार ने गन्ना उद्योग विभाग के प्रधान सचिव नर्मदेश्वर लाल का भी ट्रांसफर कर दिया है. उन्हें खान एवं भूतत्व विभाग के अपर मुख्य सचिव की जिम्मेवारी सौंपी गयी है. इसके साथ ही वे खनिज विकास निगम, खनन निगम लिमिटेड के एमडी के भी चार्ज में रहेंगे.
राज्य सरकार ने अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के सचिव दिवेश सेहरा को पंचायती राज विभाग के सचिव के पद का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है. वहीं, पथ निर्माण विभाग के सचिव कार्तिकेय धनजी को गन्ना उद्योग विभाग के सचिव का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है.