प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने हनीमाधू अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के रनवे का वर्चुअल उद्घाटन किया। यह उद्घाटन राष्ट्रपति मुइज्जू की भारत यात्रा के दौरान हुआ, जो नई दिल्ली पहुंचे हैं और 5 दिनों तक भारत में रहेंगे।
राष्ट्रपति मुइज्जू की यात्रा
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की इस भारत यात्रा में उनकी पत्नी साजिदा मोहम्मद भी शामिल हैं। यह यात्रा न केवल एक राजकीय दौरा है, बल्कि यह दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और सामाजिक संबंधों को मजबूत करने का एक अवसर भी है। साजिदा मोहम्मद का भारत में रहना विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने और द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
मुइज्जू के तेवरों में बदलाव
राष्ट्रपति मुइज्जू की सत्ता में आने के बाद, उनकी नीतियों और विचारों में एक स्पष्ट बदलाव देखा गया है। पहले, उन्होंने भारत के खिलाफ एक स्पष्ट रुख अपनाया था, जो उनकी पूर्ववर्ती सरकार की चीन-प्रेमी नीतियों के विपरीत था। इस दौरान, मालदीव ने चीन के साथ करीबी संबंध बनाए रखने की कोशिश की थी, जिससे भारत के प्रति रिश्ते में तनाव उत्पन्न हुआ। हालांकि, अब मुइज्जू की दृष्टि में बदलाव आया है। उनकी यह यात्रा और प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात इस बात का संकेत है कि वे भारत के साथ रिश्ते सुधारने के लिए गंभीर हैं। यह बदलाव न केवल द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती प्रदान करेगा, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा और विकास में भी मदद करेगा।
यात्रा का कार्यक्रम
- तारीखें: मुइज्जू 6 से 10 अक्टूबर तक भारत रहेंगे।
- यह उनकी पहली राजकीय द्विपक्षीय यात्रा है।
- इससे पहले, उन्होंने जून 2024 में पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया था।
महत्वपूर्ण बैठकें
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू अपनी भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे। यह मुलाकातें दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने का एक अवसर प्रदान करेंगी।
व्यावसायिक कार्यक्रम
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की भारत यात्रा में मुंबई और बेंगलुरु का दौरा महत्वपूर्ण है, जहां वे विभिन्न व्यावसायिक कार्यक्रमों में भाग लेंगे। इन शहरों की यात्रा का उद्देश्य आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देना और निवेश के नए अवसरों की पहचान करना है।
1. व्यावसायिक मीटिंग्स
मुंबई में मुइज्जू विभिन्न उद्योगपतियों और व्यापारिक नेताओं से मुलाकात करेंगे। इन मीटिंग्स का उद्देश्य मालदीव में निवेश के अवसरों को बढ़ावा देना और व्यापारिक संबंधों को मजबूत करना होगा। मुंबई, भारत की आर्थिक राजधानी होने के नाते, यहां कई प्रमुख कंपनियों और उद्योगों का केंद्र है।
2. निवेश की संभावनाएँ
राष्ट्रपति मुइज्जू मालदीव में निवेश के लिए संभावित क्षेत्रों पर चर्चा करेंगे, जैसे पर्यटन, शिपिंग, और जलवायु-स्मार्ट प्रोजेक्ट्स। वे भारतीय कंपनियों को मालदीव में अपने व्यवसाय स्थापित करने के लिए आमंत्रित करेंगे, जिससे दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।
भारत-मालदीव संबंध
मालदीव हिंद महासागर क्षेत्र में भारत का प्रमुख समुद्री पड़ोसी है और पीएम मोदी के ‘सागर’ दृष्टिकोण और भारत की ‘पड़ोसी प्रथम नीति’ में इसका विशेष महत्व है। यह यात्रा यह दर्शाती है कि भारत मालदीव के साथ अपने संबंधों को गंभीरता से ले रहा है और इससे दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ने की उम्मीद है। आपको बता दें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर की हालिया यात्रा के बाद राष्ट्रपति मुइज्जू की यह यात्रा भारत-मालदीव के रिश्तों में मजबूती और विकास का संकेत देती है। दोनों देशों के बीच सहयोग और आपसी हितों को बढ़ावा देने के लिए यह यात्रा महत्वपूर्ण है।