बंगाल सरकार दुष्कर्म के दोषियों को 10 दिन के अंदर फांसी की सजा सुनिश्चित करने के लिए तीन सितंबर को राज्य विधानसभा में संशोधित विधेयक पेश करेगी।
विधानसभा का विशेष सत्र के आयोजन को मंजूरी
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार दिन में तृणमूल छात्र परिषद के स्थापना दिवस पर घोषणा की थी कि अगले सप्ताह बंगाल विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर ये विधेयक पारित कराया जाएगा। मुख्यमंत्री की घोषणा के कुछ घंटों बाद ही शाम में राज्य सचिवालय नवान्न में राज्य मंत्रिमंडल (कैबिनेट) की बैठक हुई और उसमें विधानसभा का विशेष सत्र के आयोजन को मंजूरी दे दी गई।
बैठक के बाद राज्य के संसदीय कार्य मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने संवादाताओं से बातचीत में कहा कि दो व तीन सितंबर को विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र बुलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि दुष्कर्मियों को तुरंत फांसी के लिए तीन सितंबर को संशोधित विधेयक पेश किया जाएगा।
ममता देंगी राजभवन के बाहर धरना
चट्टोपाध्याय ने बताया कि विधेयक पारित किए जाने के बाद उसी दिन इसे मंजूरी के लिए राजभवन को भेजा जाएगा। ममता ने दिन में ही कहा था कि यदि राज्यपाल इस विधेयक को मंजूरी देने में विलंब करेंगे तो वह राजभवन के बाहर धरने पर बैठेंगी।
गौरतलब है कि आरजी कर अस्पताल में महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म व हत्या की घटना के खिलाफ हो रहे लगातार विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने यह संशोधित विधेयक लाने की घोषणा की है। इस घटना के सामने आने के बाद से ही मुख्यमंत्री ममता दोषियों को फांसी देने की सजा देने की लगातार मांग कर रही हैं।