गाजियाबाद में बीटेक की छात्रा कीर्ति सिंह से लूट के बाद हुई उसकी मौत मामले में गाजियाबाद पुलिस ने मसूरी थाना क्षेत्र इलाके में रूटीन चेकिंग के दौरान फरार चल रहे आरोपी जितेंद्र उर्फ जीतू को एनकाउंटर में मार गिराया है। जितेंद्र के ऊपर 25000 का इनाम था। जितेंद्र के ऊपर पहले से 10 मुकदमे गंभीर धाराओं में दर्ज थे और कीर्ति सिंह की हत्या का 11 मुकदमा उसके ऊपर दर्ज किया गया था। दरअसल, अपराध को कम करने के लिए मसूरी थाना क्षेत्र पुलिस रूटीन चेकिंग और ग्रस्त कर रही थी, इस दौरान रविवार रात को एक बाइक पर दो युवक आते हुए दिखाई दिए।
पुलिस टीम पर की फायरिंग
इसके बाद पुलिस ने उन्हें रुकने का इशारा किया, लेकिन पुलिस को देख बाइक सवार बदमाश ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एनकाउंटर में जितेंद्र और जीतू नाम के 25000 के इनामी बदमाश को मार गिराया। एनकाउंटर के बाद जब मारे गए बदमाश की पहचान की गई, तो पता चला कि जितेंद्र बीटेक की छात्रा कीर्ति सिंह के साथ हुई लूटपाट का दूसरा आरोपी था जो फरार हो गया था।
मोबाइल छीनने का किया था विरोध
रिपोर्ट के मुताबिक, 27 अक्टूबर को जब बाइक पर सवार बदमाशों ने ऑटो में बैठी बीटेक छात्रा कीर्ति सिंह से मोबाइल छीनने की कोशिश की तो उसने इसका विरोध किया। इसके बाद बदमाशों ने उसका हाथ खींचकर उसे ऑटो से गिरा दिया, जिसके बाद कीर्ति 15 मीटर तक सड़क पर घिसटती रही। घायल होने के बाद कीर्ति को गाजियाबाद के यशोदा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसके शरीर में दो फ्रैक्चर हुए थे, जबकि सिर में भी गंभीर चोटें आई थीं। छात्रा को आईसीयू में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
दूसरा बदमाश था फरार, एनकाउंट में ढेर
इस मामले में मसूरी थाने की पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर एक बदमाश को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि दूसरा फरार था। इसी फरार जीतू को पुलिस ने एनकाउंटर में अब ढेर कर दिया है। कीर्ति सिंह हापुड़ शहर के पन्नापुरी इलाके की रहने वाली थी। वो गाजियाबाद के ABES इंजीनियरिंग कॉलेज में बीटेक फर्स्ट ईयर की छात्रा थी। 27 अक्टूबर को कीर्ति कॉलेज से अपनी फ्रेंड दीक्षा के साथ ऑटो से घर लौट रही थी। दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर मसूरी थाना क्षेत्र में डासना फ्लाईओवर के पास ये घटना हुई थी।